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कपाली की कहानी, सात घंटे बिजली दो दिन में पानी

कपाली की किस्मत ही फूटी है। नगर परिषद बने आठ महीने गुजर गए यहां विकास का काम शुरू तक नहीं हो सका। बिजली कम से कम 15-16 घंटे मिलेगी और पानी रोज मिलेगा। मगर, अभी सिर्फ सात घंटे बिजली मिल रही है। दो दिन में पानी मिलता है। इधर, सोमवार से नगर में एक बूंद पानी की आपूर्ति नहीं हुई है। सोचा था कि नगर परिषद बनने के बाद यहां की सड़कें बन जाएंगी। लेकिन, सड़कों के किनारे नालियां बन जाएंगी और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त होगा। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 08:00 AM (IST)
कपाली की कहानी, सात घंटे बिजली दो दिन में पानी
कपाली की कहानी, सात घंटे बिजली दो दिन में पानी

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कपाली की किस्मत ही फूटी है। नगर परिषद बने आठ महीने गुजर गए यहां विकास का काम शुरू तक नहीं हो सका। बिजली कम से कम 15-16 घंटे मिलेगी और पानी रोज मिलेगा। मगर, अभी सिर्फ सात घंटे बिजली मिल रही है। दो दिन में पानी मिलता है। इधर, सोमवार से नगर में एक बूंद पानी की आपूर्ति नहीं हुई है। सोचा था कि नगर परिषद बनने के बाद यहां की सड़कें बन जाएंगी। लेकिन, सड़कों के किनारे नालियां बन जाएंगी और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त होगा। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ। अभी लोग जर्जर सड़कों पर हिचकोले खाते चल रहे हैं।

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बुधवार को कपाली नगर परिषद उपचुनाव में उपाध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में जब मतदाताओं को कुरेदा गया तो उनका दर्द छलक उठा। कपाली में ही अप्रैल में नगर परिषद का चुनाव हुआ है। अध्यक्ष शोभारानी महतो बनीं। लोगों के सपने थे कि अब नगर की अपनी सरकार इलाके के लिए कुछ करेगी। लेकिन, अब तक कुछ नहीं हुआ। सारे सपने चकनाचूर हो गए। एक भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। मानगो के ओल्ड पुरुलिया रोड से कपाली टीओपी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क जर्जर है। इस पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। यहां की हर सड़क बरसात में तालाब नजर आती हैं। नगर में एक भी नाली नहीं है। कहीं नाली का निर्माण नहीं हुआ है। बिजली सात-आठ घंटे ही आती है। इधर, दो दिन से बिजली नहीं होने से बुधवार से जलापूर्ति ठप है। लोग पानी को तरस रहे हैं। नगर में सफाई का कोई इंतजाम नहीं है। अब तक सफाई के लिए न तो ठेका हुआ है और ना ही नगर निकाय ने सफाई कर्मियों की भर्ती की है।

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प्रदेश में भाजपा की सरकार है। कपाली में नगर निकाय में भाजपा के उम्मीदवार जीतते तो यहां का विकास होता।

अब्दुल शफीक, कबीर नगर कपाली

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कपाली में कोई विकास नहीं हुआ है। सभी सड़कें खराब हैं। बरसात में तो चलना दूभर हो जाता है। सड़क का निर्माण सबसे पहले होना चाहिए।

राबिया खातून ,इस्लाम नगर कपाली

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कपाली में गंदे पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। सड़कों पर गंदा पानी बहता है और हर तरफ बदबू फैल रही है। इससे बीमारी फैलने का खतरा है।

सईदुन्निसां, इस्लाम नगर कपाली

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शहर में सफाई का इंतजाम नहीं है। हर तरफ कचरे का ढेर लगा है। इससे यहां बीमारी फैल रही है। कपाली में स्वच्छ भारत मिशन कभी नहीं चला। सफाई का इंतजाम होना चाहिए।

शाहजुन बीबी, गौसनगर कपाली

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कपाली में न तो सड़क है ना बिजली और पानी। ये कैसा नगर है। हर तरफ गंदगी है। नगर परिषद पता नहीं क्या कर रही है। नगर परिषद को बुनियादी सुविधाएं तो देनी चाहिए।

चंपक लाल महतो, केंदडीह कपाली

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यहां पानी की सबसे ज्यादा दिक्कत है। दो-तीन दिन में थोड़ा पानी मिलता है। अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। बिजली नहीं आती तो जलापूर्ति नहीं हो पाती।

सनातन कुंभकार, केंदडीह


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