मानगो के विकास पर खर्च होंगे 500 करोड़ : सरयू
राज्य के खाद्य-आपूर्ति मंत्री सह पश्चिमी विधानसभा के विधायक सरयू राय ने मानगो के विकास का खांका खींचा है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राज्य के खाद्य-आपूर्ति मंत्री सह पश्चिमी विधानसभा के विधायक सरयू राय ने विकास कार्यो को तेजी से धरातल पर उतारने की कवायद तेज कर दी है। इस संदर्भ में उन्होंने परिसदन में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि अब हर माह विकास कार्यो की समीक्षा और उसपर उचित कार्रवाई होगी। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि मानगो के विकास पर 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए वर्ल्ड बैंक के साथ वार्ता चल रही है। जल्द ही अंतिम रूप देकर काम शुरू कर दिया जाएगा। इस राशी से सीवरेज, ड्रेनेज, वाटर सप्लाई सहित अन्य जरूरी कार्य दुरुस्त किए जाएंगे। मानगो में एरिया कम और जनसंख्या अधिक है। बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यह प्लान तैयार किया गया है। साथ ही मानगो में एक महिला कॉलेज व तीन स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में भेजा गया है। महिला कॉलेज के लिए मानगो स्थित गांधी मैदान चयनित किया गया है। वहीं महात्मा गांधी, डिमना व पारडीह उत्क्रमित विद्यालय को उच्च विद्यालय में अपग्रेड करने की अनुशंसा की गई है। बैठक में विधायक प्रतिनिधि चित्तरंजन वर्मा, मुकुल मिश्रा, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय पांडे, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
--------------
नहीं खर्च हो सका 36 करोड़, पांच सालों का मांगा हिसाब
मानगो अक्षेस के पीएल एकाउंट में 36 करोड़ रुपये पड़े हुए है जो तकनीकी कारणों से खर्च नहीं हो सका है। इसे देखते हुए मंत्री ने उक्त रकम का पूरा ब्यौरा मांगा है, जो गत पांच वर्षो में खर्च नहीं हो पाया है। उन्होंने पीएल एकाउंट को अनावाश्यक बताया। कहा कि चूंकि जमशेदपुर व जुगसलाई में नगर निकाय का चुनाव सरकार के कारण नहीं हो पाया है, इसलिए उन्होंने तीनों निकाय के विशेष पदाधिकारी को एक खाका तैयार करने को कहा है, जिसमें वर्तमान में केंद्र व राज्य से मिलनेवाली राशि तथा निकाय बनने के बाद मिलने वाली राशि दर्ज हो। इसमें जो रकम में अंतर आएगा, उसे सरकार से मांगा जाएगा। अगर सरकार इसमें सहमत नहीं होती तो चुनाव कराने की बात कही जाएगी। यह खाका गत तीन वर्ष या जबसे चुनाव की घोषणा हुई है, तबसे बनाने को कहा गया है।
------------
गैर कंपनी इलाके का 'टाउन प्लानर' नहीं
गैर कंपनी इलाके का 'टाउन प्लानर' अबतक तैयार नहीं हो सका है। इस संदर्भ में मंत्री ने जमशेदपुर व मानगो अक्षेस से पूछा तो उन्होंने प्लान नहीं होने की बात कही। इसे देखते हुए मंत्री ने जल्द से जल्द टाउन प्लानर तैयार करने को कहा है। ताकि तेज गति से योजना बनाकर उसे धरातल पर उतारा जा सके। प्लान नहीं होने से योजना तैयार करने में काफी दिक्कत होती है। वहीं तुगलकी फरमान पर अतिक्रमण नहीं हटाए हटाने, पेंशनधारियों को पेंशन का लाभ व सड़क निर्माण की गुणवक्ता पर कोई समझौता नहीं करने का सख्त निर्देश दिया।
--------------
मानगो अक्षेस में सिर्फ पांच ही कर्मचारी
मंत्री ने मानगो अक्षेस में सिर्फ पांच कर्मचारी ही तैनात होने की बात सुनकर चिंता जाहिर की। पदाधिकारी-कर्मचारी कार्य करने की संस्कृति में बदलाव लाए। अब पहले जैसा नहीं चलने वाला है। कर्मचारी की कमी है तो उसका प्रस्ताव तैयार कर मुझे दे। ताकि उसपर आगे की कार्रवाई की जा सके। मानगो अक्षेस के संचालन को 55 कर्मचारी का पद है, जबकि वर्तमान में वहा मात्र पांच कर्मचारी ही कार्यरत हैं। इसमें तीन सफाई कर्मी व दो चपरासी हैं।
---------
शौचालय बना देने से नहीं उसकी देखरेख भी जरूरी
स्वच्छता अभियान के तहत जगह-जगह पर बनायी गई शौचालय की दुर्दशा देखकर मंत्री ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि शौचालय सिर्फ बना देने से नहीं होगा उसकी बेहतर देखरेख भी जरूरी है। कई ऐसे शौचालय गंदगी व बंद पड़े है। जिसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इसी तरह, सामुदायिक केंद्रों को लेकर भी है। जमशेदपुर अक्षेस में 99 तथा मानगो अक्षेस में 20 सामुदायिक केंद्र बनाये गये हैं। लेकिन रख-रखाव नहीं होने की वजह से कोई आता-पाता नहीं है। इससे मिलनेवाली राजस्व कहां जा रहा है यह भी जानकारी नहीं।
-------------
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर कुछ भी नहीं
मंत्री ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम शहर में कुछ भी नहीं है। कदमा, सोनारी, मानगो, पारडीह के लिए एक भी गाड़ी नहीं है। इसे लेकर प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है। वहीं सिवरेज के लिए सेंट्रल प्लांट तैयार करने को कहा। मंत्री ने जमशेदपुर अक्षेस को कहा कि टाटा के कई नाले हैं, जो अक्षेस के क्षेत्र से गुजरते है। उसकी साफ-सफाई तथा लीज समझौता के तहत कंपनी का दायित्व के विषय में भी एक संयुक्त टीम बनाई जानी चाहिए। जो संयुक्त निरीक्षण कर समस्याओं को देखें।