डॉक्टरों की भरपाई करेंगी स्मार्ट नर्से, 48 बनीं कम्युनिटी हेल्थ अफसर
health. नर्से अब कम्युनिटी हेल्थ अफसर (सीएचओ) कही जाएंगी। ये भी स्वास्थ्य केंद्रों पर छोटी-मोटी बीमारियों के साथ ही गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार कर रेफर कर सकेंगी।
जमशेदपुर,जागरण संवाददाता। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले की 48 नर्से अब कम्युनिटी हेल्थ अफसर (सीएचओ) कही जाएंगी। महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमजीएम) में 43 और खासमहल स्थित सदर अस्पताल में पांच नर्सों ने कोर्स पूरा किया है। अब ये भी स्वास्थ्य केंद्रों पर छोटी-मोटी बीमारियों के साथ ही गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार कर बड़े अस्पताल में रेफर कर सकेंगी। जरूरत के अनुसार दवा भी लिख सकेंगी।
दरअसल, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी बरकरार है। जो हैं, वे भी ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए राजी नहीं हैं। इससे निपटने के लिए नर्सो को ट्रेंड करके स्मार्ट बनाया जा रहा है। सरकार इसके लिए नर्सो को ब्रिज कोर्स करा रही है। पूर्वी सिंहभूम जिले में महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल और खासमहल स्थित सदर अस्पताल में यह कोर्स कराया जा रहा है। इसके बाद इन नर्सो को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राथमिक और उपस्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की सेवाओं हेतु तैनात किया जाएगा। पहले सत्र के लिए 48 नर्सो का चयनित किया गया था।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ेगी चिकित्सा की गुणवक्ता: स्वास्थ्य विभाग के अनुसार नर्सो को प्रशिक्षण मिलने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा की गुणवक्ता बढ़ेगी। दूसरे राज्यों में यह बदलाव देखा जा रहा है।
इस सत्र में 90 नर्से करेंगी कोर्स
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में दूसरे सत्र में 90 नर्सो को ब्रिज कोर्स के लिए चयनित किया जाएगा। इसमें एमजीएम अस्पताल से 60 व सदर अस्पताल से 30 नर्से शामिल होंगी। इस कोर्स को करने के लिए नर्सो को बीएससी, पोस्ट बेसिक बीएससी व जीएनएम पास होना अनिवार्य है।
ब्रिज कोर्स को काम कर रही टीमें
एमजीएम में ब्रिज कोर्स डॉ. एनके सिन्हा के देखरेख में चल रहा है। सहयोगी के रूप में जीएनएम स्कूल की प्रिंसिपल बसंती जोजोवार, रेखा मिश्र सहित अन्य शामिल हैं। वहीं सदर अस्पताल में इस कोर्स की हेड डॉ. वीणा सिंह है। काउंसलर के रूप में डॉ. साहिर पॉल आदि हैं।