Coronavirus Jamshedpur News Update : जमशेदपुर में कोरोना का कहर जारी, एक दिन में मिले 47 कोरोना पॉजिटिव
Coronavirus Jamshedpur News Update. कोरोना से जहां छह लोगों की मौत हुई वही 47 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा नौ सौ के पार हो गया है।
जमशेदपुर, जेएनएन। Coronavirus Jamshedpur News Update पूर्वी सिंहभूम में कोरोना का कहर जारी है। रोज बड़ी तादात में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। सोमवार को कोरोना से जहां छह लोगों की मौत हुई वही 47 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा नौ सौ के पार हो गया है।
सोमवार को मिले कोरोना पॉजिटिव में महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक और डॉक्टर व एमजीएम कॉलेज के एक कर्मचारी शामिल हैं। वहीं टाटा स्टील मशीन शॉप के एक कर्मचारी,मानगो मून सिटी के एक ही परिवार के तीन सदस्य, रिफ्यूजी कालोनी के एक ही परिवार के पांच सदस्य, टेल्को में एक ही परिवार के दो सदस्य शामिल हैं। इसके अलावे साकची से एक, घाटशिला से एक, सिदगोड़ा से तीन, डिमना रोड के सुभाष कालोनी से एक, जुगसलाई से एक, सोनारी से एक, कदमा भाटिया बस्ती से दो, सोनारी शिव गंगा अपार्टमेंट से दो, कदमा तिरना रोड से एक, बिष्टुपुर से एक, न्यू बाराद्वारी से एक, इसीसी फ्लेट कदमा से दो सहित अन्य क्षेत्रों से भी मरीज मिले हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 922 हो गई है।
तीन कोरोना संक्रमितों का ही हुआ अंतिम संस्कार
शहर में सोमवार को टीएमएच में चार कोरोना संक्रमितों की मौत हुई थी, लेकिन इनमें से तीन का ही अंतिम संस्कार हो पाया। भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर शाम को बारीडीह निवासी बुजुर्ग व्यक्ति व कदमा की बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक चिमनी में किया गया, जबकि आजादनगर निवासी महिला को कब्रिस्तान में दफनाया गया। सोनारी निवासी महिला के परिवार कोई सदस्य अस्पताल या प्रशासन के पास देर शाम तक नहीं पहुंचा, लिहाजा प्रशासन महिला का अंतिम संस्कार मंगलवार को करेगा। इस बीच स्वर्णरेखा बर्निंग घाट समिति ने निर्णय लिया है कि अब कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार शाम पांच के बाद ही किया जाएगा। सोमवार को भी पांच बजे भुइयांडीह का एक शव आया था, लेकिन कोरोना की वजह से बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट भेजना पड़ा। वे लोग इतने गरीब थे कि शव वाहन की व्यवस्था भी घाट समिति को करनी पड़ी।