लॉकडाउन में चली पहली स्पेशल ट्रेन से आए कोल्हान के 35 प्रवासी, कोटा से भी छात्रों को लेकर आएगी ट्रेन
Indian Railway. हैदराबाद से हटिया के लिए खुली ट्रेन में कुल 1200 लोग आए हैं जिनमें जमशेदपुर के 15 और कोल्हान के 35 लोग हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। Indian Railway कोरोना covid 19 को लेकर लागू लॉकडाउन में देश की पहली स्पेशल ट्रेन झारखंड के लिए ही खुली। हैदराबाद से हटिया के लिए खुली ट्रेन में कुल 1200 लोग आए हैं, जिसमें जमशेदपुर के 15 और कोल्हान के 35 लोग हैं।
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने शुक्रवार को बताया कि कोटा से भी झारखंड के लिए ट्रेन आ रही है, जिसमें जमशेदपुर के 20 छात्र शामिल हैं। यह ट्रेन शनिवार सुबह तक हटिया पहुंच जाएगी। आने वालों को 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा। उपायुक्त ने बताया कि बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए जिलों की बसें जाएंगी, जिससे वहां के लोगों को लाया जाएगा। बसों में मजिस्ट्रेट व पुलिस बल भी होंगे। शारीरिक दूरी व सैनिटाइजेशन का ख्याल रखते हुए लाया जाएगा। यही नहीं, बाहर के जो लोग यहां फंसे हैं, वे निजी वाहन से जा सकते हैं। इसके लिए पास बनाने की प्रक्रिया एक-दो दिन में शुरू होगी। तीन मई से इसके लिए पास जारी किए जाएंगे। फिलहाल इसकी व्यवस्था की जा रही है कि लोग कहां और कैसे आवेदन करेंगे।
सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक बस से पहुंचाएगी सरकार
स्पेशल ट्रेन से आनेवाले किसी भी मजदूर के किसी भी परिजन को हटिया रेलवे स्टेशन आने की जरूरत नहीं है। प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाने के संबंध में अहम बैठक हटिया रेलवे स्टेशन में शुक्रवार आयोजित की गई। इस बैठक में परिवहन सचिव के रवि कुमार, रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे,एसएसपी अनीस गुप्ता,एस पी सिटी सौरभ, एस पी ट्रैफिक अजित पीटर डुंगडुंग, जिला परिवहन पदाधिकारी संजीव कुमार एडिशनल डीआरएम (ADRM)अजित सिंह यादव, रेलवे पी आर ओ (CPRO) नीरज कुमार, सीनियर डीसीएम अवनीश, रेलवे सुरक्षा बल के कमांडेंट प्रशांत सिंह तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
सबों को घर तक पहुंचाने की सुविधा सरकार देगी
जो भी प्रवासी मजदूर झारखंड आएंगे और हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे उनको रिसीव करने के लिए कोई भी परिजन नहीं आएंगे। सभी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने की सुविधा सरकार के द्वारा की जाएगी। बैठक के दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी को यह निदेश दिया गया है कि किस जिला में कितने मजदूरों को भेजना है उस हिसाब से बसों की पर्याप्त व्यवस्था करें तथा बस रवाना करने के लिए प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उन्हें अपने जिला भिजवाना सुनिश्चित करेंगे। जिला परिवहन पदाधिकारी सभी बस चालकों और बस कर्मियों के मोबाइल नंबर को संबंधित पदाधिकारियों को उपलब्ध कराएंगे।
शारीरिक दूरी का अनुपालन जरूरी
सभी बस कर्मियों को कोविड-19 की रोकथाम से संबंधित सुरक्षा के उपायों के बारे में बस रवानगी से पूर्व महत्वपूर्ण ब्रीफिंग की जाएगी। जो भी मजदूर ट्रेन से आएंगे उनको उनके संबंधित जिला के बस पर बिठाया जाएगा। इस दौरान लगातार माइकिंग की जाएगी। शारीरिक दूरी का अनुपालन करने तथा अन्य सुरक्षा उपायों के बारे में लगातार माइकिंग की जाएगी। रेलवे कोच में यात्रा करने के दौरान ही सभी लोगों को रेलवे कर्मियों के द्वारा कोविड सुरक्षा उपायों के बारे में ब्रीफिंग की जाएगी।