Jharkhand के जमशेदपुर में सूर्य के चारों ओर दिखा अद्भुत नजारा, खूबसूरत रिंग देखकर हतप्रभ रह गए लोग
Amazing views around the sun. सोमवार को सुबह करीब 11 बजे आसमान में अद्भुत नजारा दिखा। सूर्य के चारों ओर विशाल वृत्त या रिंग दिखा। इस तरह की खगोलीय घटनाओं के बड़े मायने होते हैं। ज्योतिषविदों का कहना है कि शायद अब कोरोना का संक्रमण कम हो सकता है।
जमशेदपुर, जासं। Amazing views around the sun सोमवार को सुबह करीब 11 बजे आसमान में अद्भुत नजारा दिखा। सूर्य के चारों ओर विशाल वृत्त या रिंग दिखा। उस वृत्त की परिधि में भी कई छोटे-छोटे सूर्य चमकते हुए दिखे। इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा भी शुरू हो गई है। कुछ जानकारों का कहना है कि इस तरह की खगोलीय घटनाओं के बड़े मायने होते हैं। ज्योतिषविदों का कहना है कि शायद अब कोरोना का संक्रमण कम हो सकता है।
वहीं, मौसम विभाग रांची के मुताबिक इसे हेलो (ग्रीक हालोस्स) कहते हैं। यह प्रकाश द्वारा उत्पादित प्रकाशीय घटनाओं के एक परिवार का नाम है (आमतौर पर सूर्य या चंद्रमा से) वायुमंडल में निलंबित बर्फ के क्रिस्टल के साथ किरणों के परावर्तित होने से ऐसा दृश्य उत्पन्न होता है। हेलोस के कई रूप हो सकते हैं, जिसमें रंगीन या सफेद रिंग से लेकर आर्क्स और आकाश में धब्बे होते हैं। इनमें से कई सूर्य या चंद्रमा के पास दिखाई देते हैं, लेकिन अन्य कहीं या आकाश के विपरीत हिस्से में भी होते हैं। सबसे प्रसिद्ध प्रभामंडल प्रकारों में वृत्ताकार प्रभामंडल (ठीक से 22 ° प्रभामंडल कहा जाता है), प्रकाश स्तंभ और सूर्य के कई धब्बे होते हैं। इनमें से कुछ काफी सामान्य होते हैं, जबकि अन्य दुर्लभ हैं।
कोरोना या प्रदूषण से कोइ संबंध नहीं
कयासों में कोरोना से भी इसे जोडा जा रहा है। लेकिन जानकार बताते हैं कि इस कयासों का कोइ आधार नहीं है। यह रेयर जरूर है एवं इसलिए दिखाइ पडा क्योंकि प्रदूषण का स्तर कम है। इसे ज्योतिष या अन्य विधा से जोडना भी निराधार है।