Jharkhand Budget : एमजीएम एवं धनबाद मेडिकल कॉलेज का होगा कायाकल्प
Good News . एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल जमशेदपुर शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल धनबाद तथा राज्य के प्रमंडलीय मुख्यालय में अव्यवस्थित जिला अस्पतालों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। ये रही बजट की खासियत। आप भी जानें।
जमशेदपुर, जासं। Jharkhand Budget 2021 कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज को लेकर बड़ी घोषणा की गई। बुधवार को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल जमशेदपुर, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल धनबाद तथा राज्य के प्रमंडीलय मुख्यालय में अव्यवस्थित जिला अस्पतालों के साथ-साथ साहेबगंज जिला अस्पताल को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
इन अस्पतालों को अत्याधुनिक मशीन, उपकरण, साज-सामानों से युक्त कर संचालित किए जाने की योजना है ताकि वहां इलाज कराने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी जा सके। इससे पूर्व उन्होंने रांची जिला अंतर्गत निर्माणधीन शय्या वाले सदर अस्पताल को मार्च 2021 के पूर्व पूर्ण कराकर संचालित करने की बात कही। इससे अब तय हो गया है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रयास तेजी से रंग लएगा। बन्ना गुप्ता मंत्री पद के शपथ लेने के बाद जब जमशेदपुर पहुंचे थे तो उन्होंने एमजीएम को लेकर बड़ी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि अगर मैं नहीं सुधार सकता एमजीएम को तो दूसरा कोई नहीं सुधार सकता। तब से उनका प्रयास तेज हो गया है। अस्पताल को विकसित करने के लिए कई अलग-अलग टीमें निरीक्षण कर चुकी हैं। चूंकि एमजीएम अस्पताल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र में भी पड़ता है, इसलिए इस अस्पताल पर उनका विशेष फोकस है।
अब आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना होगी संचालित
वित्त मंत्री ने बजट पढ़ते हुए कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के सार्वभौमीकरण उद्देश्य की पूर्ति के साथ-साथ झारखंड की जन आकांक्षा एवं हितों के अनुरूप आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत संचालित करने का निर्णय लिया गया है। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राज्य में 489 निजी अस्पतालों एवं 220 सरकारी अस्पतालों को मिलाकर अब तक कुल 709 अस्पतालों को सूचीबध्द किया गया है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अबतक 88,76,567 गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। कुल सात लाख 34 हजार 21 लाभुकों को इस योजना का लाभ प्राप्त हो चुका है।