टिनप्लेट कंपनी प्रबंधन अपनी बात से पलटा, फिर वार्ता से बात बनाने की कोशिश
Permanent job for employee sons in Tinplate. निबंधित पुत्रों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन अपनी बातों से पलट गई है। लिखित आश्वासन के 15 दिन बाद ही कंपनी प्रबंधन ने उप श्रमायुक्त को जवाब दिया था कि कंपनी में नियोजन कंपनी के नियमों के अनुसार ही करेंगे।
जमशेदपुर, जासं। टिनप्लेट निबंधित कर्मचारी पुत्र पिछले कई वर्षों से कंपनी में स्थायी नियोजन की मांग कर रहे हैं। इसके लिए निबंधित पुत्रों ने कई दिनों तक कंपनी गेट के बाहर भूख हड़ताल भी की थी। 12 अक्टूबर 2020 में उप श्रमायुक्त की अध्यक्षता में टिनप्लेट प्रबंधन और निबंधित कर्मचारी पुत्रों के बीच समझौता हुआ था।
इस बैठक में झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह झारखंड मजदूर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष दुलाल भुइंया भी उपस्थित थे। उस समय कंपनी प्रबंधन से रमेश कुमार, गुरप्रीत सिंह और राज किशोर सिंह ने उप श्रमायुक्त के सामने लिखित आश्वासन दिया था कि वे 150 निबंधित कर्मचारी पुत्रों का कंपनी में स्थायी नियोजन करेंगे। इसके लिए तीन माह के अंदर प्रक्रिया शुरू होगी। लेकिन तीन माह बीतने के बाद भी कंपनी प्रबंधन की ओर से कोई पहल शुरू नहीं हुई। ऐसे में निबंधित कर्मचारी पुत्रों ने एक बार फिर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
त्रिपक्षीय वार्ता पर टिकी नजर
निबंधित पुत्रों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन अपनी बातों से पलट गई है। लिखित आश्वासन के 15 दिन बाद ही कंपनी प्रबंधन ने उप श्रमायुक्त को जवाब दिया था कि वे निबंधित कर्मचारी पुत्रों का कंपनी में नियोजन कंपनी के नियमों के अनुसार ही करेंगे। ऐसे में निबंधित कर्मचारी पुत्रों का कंपनी प्रबंधन के रवैए के खिलाफ काफी नाराजगी है। अब इस मामले में शनिवार को फिर से उप श्रमायुक्त की उपस्थिति में फिर एक बार त्रिपक्षीय वार्ता हो रही है। इसमें कंपनी प्रबंधन के अधिकारी व निबंधित कर्मचारी पुत्रों की ओर से दुलाल भुइंया शामिल हो रहे हैं। अब देखना है कि इस बैठक में बात बनती है या कर्मचारी पुत्र फिर आंदोलन की राह पकड़ेंगे।