बारीगोड़ा में टाटा मोटर्स कर्मचारी के घर विस्फोट की जांच करने पहुंचे सिटी एसपी
परसुडीह थाना क्षेत्र बारीगोड़ा निवासी टाटा मोटर्स कर्मचारी संजीत सिंह की दो मंजिले मकान में रविवार तड़के हुए जोरदार विस्फोट और आग लगने की जांच करने मंगलवार दोपहर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट घटनास्थल पर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : परसुडीह थाना क्षेत्र बारीगोड़ा निवासी टाटा मोटर्स कर्मचारी संजीत सिंह की दो मंजिले मकान में रविवार तड़के हुए जोरदार विस्फोट और आग लगने की जांच करने मंगलवार दोपहर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर विधि व्यवस्था डीएसपी आलोक रंजन और परसुडीह थाना प्रभारी अजय तिवारी भी साथ थे। लगभग एक घंटे तक सिटी एसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया। संजीत सिंह के पिता केदार सिंह समेत पास-पड़ोस के लोगों से भी जानकारी ली।
मकान में तीन एसी (एयरकंडीशनर), बिजली वायरिग, पंखा गैस सिलिडर, इंवर्टर, फ्रिज समेत अन्य सामान और विस्फोट से हवा में झूली छत के छज्जा और पिलर को देखा। विडो एसी को बहुत अधिक नुकसान नहीं हुआ है। शक और संभावना पर अधिकारी विचार-विमर्श करते रहे। मकान में विस्फोट की वजह पर कोई अंतिम निर्णय पर पुलिस नहीं पहुंच पाई। सिटी एसपी ने कहा कि विस्फोट एसी से हुई या कोई दूसरे कारण है, यह बताना संभव नहीं है। घटना के कारण तक पहुंचने को विशेषज्ञों और एएफएसएल विभाग की टीम की मदद ली जाएगी। टीम अपने स्तर से जांच करेगी। मंगलवार को टीम जांच को पहुंच सकती है।
घटना में घायल संजीत कुमार सिंह, उसकी पत्नी खुशबू, पुत्र आर्यन, पुत्री आयुषी, संजीत के भगीना ब्रजेश की पत्नी अंजू को टाटा मुख्य अस्पताल में और संजीत की मां को टाटा मोटर्स अस्पताल में दाखिल कराया गया। संजीत, उसकी पत्नी, पुत्र और पत्नी की हालत में सुधार नहीं है। प्रथम दृष्टया घटना का कारण पुलिस एसी विस्फोट बता रही थी।
संजीत का भगीना से भी हो रही पूछताछ, सिटी एसपी के साथ था घटनास्थल पर
संजीत सिह के पिता केदार सिंह ने संजीत सिंह के भगीना ब्रजेश पर विस्फोट में संलिप्तता बता रहे थे। वह घटना के बाद से गायब था। उसे पुलिस ने सोमवार रात साकची मानगो बस स्टैंड रोड़ से समय पकड़ लिया, जब वह घूम रहा था। उससे पूछताछ की गई, लेकिन उसने मामले मे अपनी संलिप्तता से साफ इन्कार किया जबकि घटना के बाद उसने फोन कर यह बताया था रहा कि उसने ही सबकुछ किया है। पहले उसने कहा कि जब वह छत से कूदा तो बिजली के तार आपस में सट गए और आग लग गई। गौरतलब हैं कि वह उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। उसके कारण घर में हमेशा विवाद होता था।
अलमारी किसने खोली
जांच में ये बात सामने आई कि संजीत और उसके परिवार के सदस्य अस्पताल में दाखिल है। घर की अलमारी खुली है। इसमें रखे दो पर्स खुले हुए हैं। अलमारी किसने खोला, इसको लेकर चर्चा होती रही। घर के सारे सामान इधर-उधर बिखरे पड़े हैं। इधर, घटना को लेकर तरह-तरह की अटकलें जारी है।