Weekly News Roundup Jamshedpur : पैसा जनता का, नाम माननीयों का, पढ़िए खेल जगत की अंदरूनी खबर
Weekly News Roundup Jamshedpur. कलाकार से लेकर व्यवसायी अपनी हैसियत के अनुसार मदद कर रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई नेताजी ने इस फंड में सहायता की है।
जमशेदपुर, जितेंद्र सिंह। Weekly News Roundup Jamshedpur कोरोना का आतंक से हर कोई डरा-सहमा है। इस आपदा से लड़ने के लिए पीएम केयर फंड बनाया गया है, जिसमें जिसको जितना बन पड़ा, सहायता कर रहा है। कलाकार से लेकर व्यवसायी अपनी हैसियत के अनुसार मदद कर रहे हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई नेताजी ने इस फंड में सहायता की है। हां, यह जरूर सुना है कि फलां सांसद एक करोड़ तो फलां विधायक 25 या 30 लाख रुपये की मदद कर रहे हैं। जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने भी एक करोड़ देने की घोषणा की है। लेकिन पर्दे के पीछे की सच्चई यह है कि इन माननीयों ने अपनी जेब से कोई मदद नहीं की। यह जनता का ही पैसा है। इन लोगों ने सांसद व विधायक फंड से मदद की है। इनसे तो अच्छे क्रिकेटर सौरभ तिवारी हैं, जिन्होंने अपनी जेब से डेढ़ लाख रुपये की मदद की है।
काटे नहीं कटते दिन ये ..
हमेशा फील्ड में नजर आने वाले खिलाड़ी कोरोना के कहर के कारण आजकल ऑफ द फील्ड हैं। सभी एक कमरे में दुबके हुए हैं। ना तो जिम खुला है, ना ही स्टेडियम। ऐसा में उनका सहारा बना है मोबाइल गेम । अपने बच्चे को मोबाइल से हर वक्त चिपका देख मम्मियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जा रहा है। खिलाड़ी तो खिलाड़ी ठहरे। मम्मियों की आहट सुन मोबाइल छिपा सोने का नाटक करते हैं। क्या करे, काटे नहीं कटते दिन ये रात..। मोबाइल गेम में पबजी नंबर वन पर चल रहा है। हर खिलाड़ी खुद को ग्रेट वॉरियर साबित कर रहा है। हर शाम एक खिलाड़ी फोन पर दूसरे से यह पूछता फिर रहा है कि तूने कितना लीग पार किया। कोई गोल्ड तो कोई डायमंड तक पहुंचने का शेखी बघार रहा है। खिलाड़यिों के बीच कॉल ऑफ ड्यूटी, गरिना फ्री फायर, क्लैश ऑफ क्लैंस की खूब डिमांड है।
जेएफसी को ढूंढे नहीं मिल रहे खिलाड़ी
आजकल जमशेदपुर एफसी के प्रबंधक यही गाना गाते फिर रहे हैं-क्या-क्या ना सहे हमने सितम कोरोना की खातिर। आप भी सोच रहे होंगे, आखिर क्यों। तो जनाब, अगले सीजन के लिए खिलाड़ी नहीं मिल रहे हैं। यह सिर्फ जमशेदपुर एफसी के साथ नहीं हो रहा है। इंडियन सुपर लीग में शामिल सभी टीमों का यही हाल है। पूरे विश्व में कोरोना का कहर है। सभी खिलाड़ी अपने घर में छिपे हुए हैं। कई खिलाड़ियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है, तो कई खिलाड़ी अभी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में जमशेदपुर एफसी प्रबंधन के पेशानी से पसीने टपक रहे हैं। अंतिम समय में बेहतरीन खिलाड़ी के साथ अनुबंध नहीं हुआ तो इस बार की तरह अगले सीजन में मिट्टी पलीद होना तय है। इस बार जमशेदपुर एफसी आठवें स्थान पर रही थी, जो अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन है। प्रबंधन ऐसी जिल्लत ङोलने को फिलहाल तैयार नहीं।
क्रिकेटरों को लगेगी आर्थिक चपत
कोरोना का कहर खेल मैदान पर भी दिख रहा है। हाल ही में टोक्यो ओलंपिक को अगले साल के लिए स्थगित कर दिया गया। इनमें भारत में होने वाला (इंडियन प्रीमियर लीग) आइपीएल को भी टाल दिया गया है। साथ ही इंडियन ग्रां प्रि को भी टालना पड़ा। आइपीएल में झारखंड से महेंद्र सिंह धौनी, सौरभ तिवारी, विराट सिंह, शाहबाज नदीम व इशान किशन भी खेलने वाले थे। लेकिन आजकल सभी खिलाड़ी निराश है। पहली बार लंबी छलांग लगाने वाले विराट सिंह कुछ ज्यादा ही चिंतित हैं। खिलाड़ियों को लग रहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग स्थगित होता है तो फिर उन्हें जबरदस्त आíथक चपत लगेगी। मैच फीस से तो हाथ धोना पड़ेगा ही। पूरी दुनिया के स्टेडियम खाली हैं। विंबलडन टेनिस, यूरो कप, ला लीगा, इंग्लिश प्रीमियर लीग, चैंपियंस लीग पहले ही रद कर दिया गया है। ऐसे में आइपीएल होने की संभावना भी कम नजर आ रही है।