Coronavirus Alert : सबके लिए जरूरी नहीं है एन-95 मास्क, जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर Jamshedpur News
Coronavirus Alert. हर कोई एन-95 मास्क पहनने पर ज्यादा जोर दे रहा है। ऐसे लोग जिन्हें कुछ भी नहीं हुआ है वे भी मास्क खोज रहे हैं । आइए जानिए क्या कहते हैंं डॉक्टर।
जमशेदपुर, मनोज सिंह । Coronavirus कोरोना वायरस की दहशत इस कदर है कि हर कोई एन-95 मास्क पहनने पर ज्यादा जोर दे रहा है। ऐसे लोग, जिन्हें कुछ भी नहीं हुआ है वे भी मास्क खोज रहे हैं । लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं जिन्हें किसी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं है और जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं हैं, उन्हें बेवजह मास्क पहनने की कोई जरूरत नहीं है।
दैनिक जागरण ने इस संबंध में गुरुनानक अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ. विमल चंद्रा से बात की तो उन्होंने कहा कि वैसे लोग जिन्हें सर्दी जुखाम जैसे लक्षण दिख रहे हों, वे मास्क पहनेंगे तो वे दूसरों में उनकी सर्दी खांसी फैलने से रोक सकते हैं। वे दावा करते हैं कि साधारण मास्क कोरोना जैसे वायरस को रोकने में सक्षम नहीं है। वैसे लोग जो मेडिकल से जुड़े कर्मचारी नहीं हैं, उन्हें एन-95 मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा वैसे लोग जो कोरोना से संक्रमित नहीं हैं, संक्रमित रोगियों के संपर्क में नहीं हैं, कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज की देखभाल नहीं कर रहे हैं या ऐसी जगह पर नहीं रह रहे हों जहां ये जानलेवा बीमारी तेजी से फैल रही हो अथवा फ्लू जैसे लक्षण नहीं हों तो वे साधारण मास्क का उपयोग कर सकते हैं।
एन 95 मास्क संक्रमण से जुड़े स्वास्थ्यर्किमयों के लिए लाभदायक
एन-95 मास्क कोरोना वायरस जैसे इंफेक्शन से बचने के लिए सबसे अच्छा है। इसका उपयोग मेडिकल से जुड़े लोग जैसे डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी के लिए उपयोगी साबित हो सकता है। एन-95 मास्क मुंह और नाक पर अच्छी तरह फीट बैठता है। इस संबंध में डॉ. विमलेश चंद्रा कहते हैं कि एन 95 मास्क यह छोटे-छोटे कणों को भी रोकने में सक्षम है। यह मास्क हवा में मौजूद 95 प्रतिशत अवांछित कणों को रोकने में सक्षम है। इसलिए इस मास्क का उपयोग जहां बीमारी फैल गया हो या जो कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों से किसी भी प्रकार से संपर्क होने की संभावना हो। वह सुरक्षा की दृष्टि से पहन सकते हैं।
छह घंटे तक पहना जा सकता है डिस्पोजेबल मास्क
डॉ. विमलेश चंद्रा कहते हैं कि बाजार में मेडिकल दुकानों में डिस्पोजेबल मास्क भी उपलब्ध हैं। डिस्पोजेबल मास्क जो सर्जिकल मास्क के जैसा होता है। इस मास्क से मुंह व सांस के जरिए निकलने वाले अवांछित तत्वों को आसपास रहने वालों के पास जाने से रोकता है। हालांकि यह मास्क हवा में मौजूद छोटे-छोटे कणों को रोकने में सक्षम नहीं होते। इस तरह के मास्क को छह घंटे से अधिक देर तक नहीं पहनना चाहिए। इसी तरह बाजार में र्सिजकल मास्क भी एक लेयर का रहता है। जिसका उपयोग सर्जन सर्जरी के दौरान करते हैं। एक लेयर को डबल या ट्रिपल लेयर खुद बना कर पहन सकते हैं। बाजार में मास्क 15 रुपये से लेकर 300 रुपये तक में बिक रहे।
शहर के सफाईकर्मी कपड़े से बने मास्क का कर रहे उपयोग
तीनों नगर निकाय के सफाईकमी कपड़े से बने मास्क का उपयोग कर रहे हैं। कपड़े के मास्क का निर्माण घाघीडीह जेल के कैदियों तथा मानगो में महिला समितियों द्वारा निर्माण किया गया है। इस संबंध में जुगसलाई नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी जगदीश प्रसाद यादव कहते हैं कि कोरोना वायरस से संक्रमित के संपर्क में नहीं हैं तो आप कपड़ा का मास्क का उपयोग कर सकते हैं। इस मास्क का उपयोग सभी सफाई कर्मी कर रहे हैं। दिन में मास्क को पहन कर शाम को घर में गर्म पानी में डिटॉल डालकर साफ कर धूप में सूखा दें और उसका उपयोग दूसरे दिन भी कर सकते हैं। इस संबंध में पूछने पर डा. विमलेश चंद्रा कहते हैं कि कपड़ा से बने मास्क केवल सर्दी व खांसी होने के समय लाभदायक है।