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12 वर्ष बाद फिर शुरू हुआ जमशेदपुर के ड्राई पोर्ट से निर्यात, ताइवान भेजी गई पहली खेप Jamshedpur News

जमशेदपुर में ट्रैफिक बहुत है जिसके कारण आयात-निर्यात में परेशानी होती है। ड्राई पोर्ट से निर्यात होने से स्थानीय कंपनियों को भी फायदा होगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 11:07 AM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 11:07 AM (IST)
12 वर्ष बाद फिर शुरू हुआ जमशेदपुर के ड्राई पोर्ट से निर्यात, ताइवान भेजी गई पहली खेप Jamshedpur News
12 वर्ष बाद फिर शुरू हुआ जमशेदपुर के ड्राई पोर्ट से निर्यात, ताइवान भेजी गई पहली खेप Jamshedpur News

मील का पत्थर

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  • उद्यमियों को मिलेगी कस्टम क्लीयरेंस की सुविधा, दो अधीक्षक तैनात
  •  टाटा स्टील से ताइवान भेजी गई पहली खेप, स्थानीय कंपनियों को भी होगा फायदा
  •  माल उठाव का आर्डर नहीं मिलने के कारण पोर्ट से बंद हो गया था निर्यात
  • सिर्फ देश के अंदर माल भेजने की थी सुविधा, बंदरगाह से ही होता था निर्यात  
जमशेदपुर, जासं। After 12 years exports from the dry port of Jamshedpur started again जमशेदपुर शहर के उद्यमियों की चिर परीक्षित मांग पूरी हुई। बर्मामाइंस स्थित ड्राई पोर्ट से 12 वर्ष बाद फिर निर्यात शुरू हुआ। टाटा स्टील ने 45 वैगन का पहला रैक कोलकाता स्थित खिदिरपुर पोर्ट के लिए रवाना किया, जो पानी जहाज से ताइवान पहुंचेगा।
इससे पहले माल उठाव का आर्डर नहीं मिलने के कारण इनलैंड कंटेनर डिपो (आइसीडी) से निर्यात बंद हो गया था। यहां सिर्फ देश के अंदर माल भेजने सुविधा की थी। इसका संचालन भारत सरकार के उपक्रम कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (कंकोर) करती है। सबसे बड़ी बात यह है कि उद्यमियों को कस्टम क्लीयरेंस की सुविधा यहीं मिलेगी। इसके लिए यहां दो अधीक्षक स्तर के अधिकारी तैनात हैं। इसका फायदा स्थानीय कंपनियों को भी मिलेगा। 
ड्राई पोर्ट से माल निर्यात करने की असीम संभावना
कंकोर, झारखंड सरकार, टाटा स्टील और आदित्यपुर स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एसिया) की पहल पर ड्राई पोर्ट से शुरू हुए निर्यात को रेलवे के एरिया मैनेजर विकास कुमार और लांग प्रोडक्ट के प्रबंध निदेशक आशीष अनुपम ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर आशीष अनुपम ने कहा कि ड्राई पोर्ट से माल निर्यात करने की असीम संभावना है। जमशेदपुर में ट्रैफिक बहुत है, जिसके कारण आयात-निर्यात में परेशानी होती है। ड्राई पोर्ट से निर्यात होने से स्थानीय कंपनियों को भी फायदा होगा। इसे और विकसित करने की जरूरत है। इस मौके पर टाटा स्टील के चीफ सप्लाई चेन, शांतनु वर्मा, कंटेनर मैनेजमेंट हेड सूर्य नारायण लेंका, मरस्र्क शिपिंग लाइन के क्षेत्रीय प्रबंधक तेजस स्वर्णा, लोपामुद्रा साहा व आइसीडी के टर्मिनल मैनेजर देबोपम बनर्जी सहित अन्य उपस्थित थे।

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