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#Mahashivratri : शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता, चहुंओर भोले भंडारी के जयकारे

Mahashivratri 2020 चारो ओर भोले भंडारी के जयकारे गूंज रहे हैं। महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि व वरीयान योग का संयोग विशेष पुण्यप्रद व उत्तम फलप्रद है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 10:34 AM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 07:34 PM (IST)
#Mahashivratri : शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता, चहुंओर भोले भंडारी के जयकारे
#Mahashivratri : शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता, चहुंओर भोले भंडारी के जयकारे

जमशेदपुर, जेएनएन।  महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए शुक्रवार को सुबह से ही कोल्‍हान के शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा है।  चारों ओर भोले भंडारी के जयकारे गूंज रहे हैं। महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि व वरीयान योग का संयोग विशेष पुण्यप्रद व उत्तम फलप्रद है।

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ज्योतिषाचार्य पं. रमा शंकर तिवारी बताते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन नित्य कर्म व स्नानोपरांत शांत चित्त व पवित्र मन से चंदन व रुद्राक्ष की माला धारण कर श्रद्धा भक्ति के साथ भगवान भोले शंकर का दर्शन, ध्यान व यथा संभव  पूजन करना चाहिए। शिव पंचाक्षर मंत्र, ओम नम: शिवाय का जप करना भी विशेष पुण्यप्रद रहेगा। महिलाओं के लिए शिवाय नम: या नम: शिवाय मंत्र का जप श्रेयस्कर रहेगा। देवों के देव महादेव की कृपा प्राप्ति हेतु महाशिवरात्रि का दिन सर्वोत्तम माना गया है। भगवान भोले शंकर की कृपा से असंभव भी संभव तथा दुर्लभ भी सुलभ हो जाता है। बाबा सभी भक्तों को मनोभिलषित फल प्रदान करते हैं। शास्त्रीय मतानुसार शिवरात्रि व्रत का पारण चतुर्दशी तिथि में ही कर लेना चाहिए। अत: व्रत का पारण 22 फरवरी शनिवार को कर लेना श्रेयस्कर रहेगा।

लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में बनाए गए मिट्टी के एक लाख महादेव

दलमा में जलाभिषेक को कतार में लगे श्रद्धालु।

बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर महिलाओं द्वारा मिट्टी के एक लाख पार्थिव शिव लिंग का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद पार्थिव पूजा होगी। शाम को महादेव का भव्य शृंगार किया जाएगा। इसके बाद रुद्राभिषेक होगा। देर शाम भजन कीर्तन का भी आयोजन होगा। 

सवा लाख मिट्टी के महादेव बना की पूजा

सिदगोड़ा फूड प्लाजा में सार्वजानिक दुर्गा पूजा समिति ने सवा लाख मिट्टी के महादेव बनाकर जलाभिषेक और पूजा-अर्चना की। इसे मिथिलावासी श्री श्री लखराम पूजा के नाम से जानते हैं। यह महाशिवरात्रि को ही की जाती है। इस कार्यक्रम का आयोजन पिछले 15 वर्षों से मिथिला वासी करते आ रहे हैं। कार्यक्रम में जीवाछ झा, प्रवीण मिश्रा, राजेश कुमार झा, मोहन ठाकुर, धर्मेश कुमार झा, लड्डू, श्यामा नंद चौधरी, राजेश कुमार झा, बसंत मिश्रा, अनिल झा, दिलीप कुमार झा, मिथिलेश कुमार झा, चंद्रभाल झा, राजेंद्र कर्ण, अशोक कुमार मिश्रा, रोहित कुंवर, सदाशिव झा पंकज आदि शामिल थे। अंत में भोग वितरण के साथ पूर्णाहुति हुई।

डिमना से निकलेगी शिव बरात

डिमना के शिरोमण नगर स्थित श्रीश्री शिरोमाणि अमरनाथ मंदिर के पुजारी हरेकृष्ण शास्त्री ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। दिन में बाबा भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद अभिषेक कर शृंगार किया जाएगा। यहां रात को गाजे-बाजे के साथ शिव बरात निकाली जाएगी। जो मंदिर प्रांगण से शुरू होकर डिमना चौक तक जाएगी। इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया जाएगा। 

शीतला मंदिर में 4:30 बजे से निकलेगी शिव बरात 

सरायकेला के मंदिर में जलाभिषेक करते श्रद्धालु।

 महाशिवरात्रि के मौके पर साकची स्थित शीतला माता मंदिर का पट सुबह चार बजे ही खोल दिया गया। शाम 4:30 बजे मंदिर से शिव की बरात निकलेगी। मंदिर में शाम को रूद्राभिषेक होगा। रात आठ बजे से मंदिर के सारे पुजारी रुद्राभिषेक करेंगे, जो चार से पांच घंटे तक चलेगी। उसके बाद शिव और पार्वती का विवाह होगा। ।

महाशिवरात्रि पर दो दिवसीय महोत्सव आज से

ईस्ट बंगाल कॉलोनी स्थित प्राचीनकालीन आदि काली मंदिर में  सुबह छह बजे से राधाकृष्ण के अधिवास के साथ अष्टप्रहर कीर्तन का शुरू हुआ। शाम आठ बजे राधाकृष्ण पूजन व रात दस बजे से शिव-पार्वती पूजन शुरू होगा। मंदिर कमेटी के प्रवीर दास ने बताया कि 22 फरवरी की शाम 7.30 बजे अमावस्या के मौके पर आदि काली मंदिर में स्थापित मां काली की पूजा की जाएगी। इसके बाद भक्तों के बीच महाभोग, भंडारा का आयोजन किया जाएगा। 

भुवनेश्वरी मंदिर टेल्को

सरायकेला के मंदिर में जलाभिषेक करते श्रद्धालु।

यहां सुबह से ही पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई। शाम को भजन कीर्तन के अलावा रुद्राभिषेक होगा। यहां मंदिर प्रबंधन द्वारा महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारी की है।

टेल्को राम मंदिर में महामृत्युंजय जाप  

टेल्को राम मंदिर में श्री शिव शक्ति परिवार द्वारा महाशिवरात्रि को लेकर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से महामृत्युंजय जाप का आयोजन किया गया है। इसके बाद रुद्राभिषेक व हवन होगा। रात 12 बजे शिव विवाह होगा। 22 फरवरी को सुबह से पूजा पाठ के बाद शाम चार बजे से शिव विवाह भजन। 23 फरवरी को सुबह दस बजे महिलाओं द्वारा लोकगीत, 11 बजे से विशाल भंडारा, दोपहर दो बजे शिव बरात निकलेगी।

आंध्र भक्त श्री राममंदिरम बिष्टुपुर

सरायकेला के मंदिर में जलाभिषेक को कतार में लगे श्रद्धाधालु।

आंध्र भक्त श्री राममंदिरम बिष्टुपुर में सुबह से भक्तों के लिए पट खोल दिया गया। मंदिर कमेटी महासचिव एसवी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि सुबह 7:30 बजे से रात 9 बजे तक मंदिर का पट खुला रहेगा। रात 9 बजे रुद्राभिषेक शुरू किया जायेगा। मंदिर परिसर में थर्मोकोल का भव्य भोले शंकर की झांकी बनाई जायेगी। 

चांदी के शिवलिंग पर होगा जलाभिषेक

 वनदेवी काली मंदिर फदलोगोड़ा, पारडीह स्थित शिवमंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर चांदी के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जा रहा। नागा बाबा शिवमंदिर में 31 किलो चांदी से शिवलिंग और अरघा का निर्माण कराया गया है। 1995 में स्थापित नागा बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है। महंत इंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भजन-कीर्तन के साथ श्रद्धालुओं के लिए भंडारा भी होगा।

 सरायकेला के मंदिर में जलाभिषेक को कतार में लगे श्रद्धाधालु।

घाटशिला इलाके में भी आस्‍था का सैलाब

महाशिवरात्रि पर घाटशिला इलाके  के सभी शिवालयों में शिवभक्तों का तांता लगा है। शिवालयों में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर रहे हैं। घाटशिला के मउभंडार शिव मंदिर, प्रखंड मुख्यालय शिव मंदिर, गोपालपुर शिव मंदिर, लालडीह शिव मंदिर, धरमबहाल शिव मंदिर समेत अन्य  शिवालयों में भक्तों का तांता लगा है। सिदेश्वर चापडी शिव मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। पहाड़ के ऊपर भक्त पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक कर रहे हैं। 

सिदेश्वर चापडी मंदिर में पूजा-अर्चना व जलाभिषेक करते श्रद्धालु।

चाईबासा के मंदिर में पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु।

बंदगांव के मंदिर में जलाभिषेक को कतार में लगे श्रद्धालु।

जमशेदपुर के साकची स्थित मनोकामना मंदिर में जलाभिषेक करतीं महिलाएं। 

 जमशेदपुर के भालूबासा में जलाभिषेक को जाते श्रद्धालु।

 महाशिवरात्रि पर चंपुआ के चंद्रशेखर शिव मंदिर में लगी महिलाओं की भीड़। 

 सरायकेला के कुदरसाईं मंदिर में पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करते श्रद्धालु। 

घाटशिला के काशीदा स्थित सर्वेश्‍वरधाम शिवालय में कलशयात्रा निकालकर जलाभिषेक करने जाती महिलाएं। 

गालूडीह के बराज कॉलोनी शिव मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवचर्चा का आयोजन हुआ। 

चाईबासा के डोंकासाई शिवालय में जलाभिषेक को लगी भक्तों की कतार।

जमशेदपुर के एक मंदिर में पूजा-अर्चना करतीं महिलाएं। 


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