Jharkhand Assembly Election 2019 : भाजपा का टिकट नहीं चाहिए, अब अंतिम फैसले की घड़ी : सरयू
Jharkhand Assembly Election 2019. टिकट कटने-मिलने के कयासों के बीच सरयू राय ने बयान दिया है। कहा कि उन्हें टिकट नहीं चाहिए। पार्टी उनके नाम पर विचार नहीं करे।
जमशेदपुर, जेएनएन। झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री व जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने शनिवार को दोटूक शब्दों में कहा कि अब उन्हें भाजपा का टिकट नहीं चाहिए। मैंने पार्टी नेतृत्व से कह दिया है कि अब वे मेरे नाम पर विचार ना करे। पार्टी जिसे योग्य समझे उम्मीदवार घोषित कर दे। इसके बाद मैं बहुत रिलैक्स महसूस कर रहा हूं। मैं कई दिनों से मानसिक रूप से प्रताडि़त महसूस कर रहा था। मुझे लगता है कि पार्टी नेतृत्व भी मुझे लेकर असमंजस की स्थिति में था। मैंने उन्हें भी चिंतामुक्त कर दिया है।
बिष्टुपुर स्थित आवास पर संवाददाता सम्मेलन में सरयू ने कहा कि मैंने जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी दोनों विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र ले लिया है। यह मैंने चौथी सूची जारी होने के पहले किया। मुझे उम्मीद थी कि चौथी सूची में मेरे नाम का जिक्र होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बहरहाल अब पार्टी जिसे चाहे उम्मीदवार बनाए, लेकिन अब देर ना करे। पार्टी के कार्यकर्ता भी असमंजस की स्थिति में हैं। उनका श्रम जाया हो रहा है। ऐसा लग रहा था कि कोई व्यक्ति रसगुल्ला खाने के इंतजार में बैठा हो और रोज जूते खा रहा हो। कई बार ऐसा भी लगा कि मैं कटोरा लेकर भीख मांग रहा हूं। यह मेरे स्वभाव के अनुकूल नहीं है, इसलिए मैंने पार्टी नेतृत्व को आदरपूर्वक टिकट देने से मना कर दिया।
सरयू ने कहा कि रविवार को सुबह 11 बजे उन्होंने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें उनकी सलाह पर अगले कदम का निर्णय लूंगा। मैं सामूहिक निर्णय पर विश्वास करता हूं और अब तक ऐसा करता आया हूं। यह मेरा कर्तव्य भी है कि जिन लोगों के साथ 14-15 वर्ष से काम कर रहा हूं, उनसे सलाह लिए बिना कोई निर्णय नहीं लूं।
भाजपा समुद्र है, उसे क्या होगा
पत्रकारों के एक सवाल पर सरयू ने कहा कि उनके जाने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा। समुद्र से दो बाल्टी पानी निकाल भी लेंगे तो क्या हो जाएगा। इससे पहले सरयू ने कहा कि भाजपा ने मुझे बहुत कुछ दिया। एमएलसी बनाया, दो बार एमएलए बनाया, मंत्री भी बनाया। इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व का शुक्रगुजार हूं। मैं अभी तक भाजपा में हूं।
बॉस इज ऑलवेज राइट
भाजपा द्वारा इस बार 10 विधायकों के टिकट काटे जाने की वजह पूछने पर सरयू ने कहा कि बॉस कोई भी कार्रवाई का कारण नहीं बताता है। 'बॉस इज ऑलवेज राईटÓ होता है। बॉस से कोई कारण पूछ भी नहीं सकता, ना वह बताने के लिए बाध्य है।