Jharkhand : अलकायदा का सक्रिय आतंकवादी था मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी
झारखंड एटीएस के हत्थे चढ़ा मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा का सक्रिय आतंकवादी था। उसके घर की कुर्की-जब्ती की गई थी।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड एटीएस के हत्थे चढ़ा मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा का सक्रिय आतंकवादी था। उसके मानगो जवाहरनगर रोड नंबर 12 जहुर बागान स्थित आवास की कुर्की जब्ती की कार्रवाई एटीएस, झारखंड की टीम ने 16 सितंबर 2017 को की थी।
कलीमुद्दीन के आवास के ग्राउंड फ्लोर में जामिया मोहम्मद पी बिन अब्दुल्लाह नाम से मदरसा संचालित होता था। जिसका प्रधानाध्यापक मो. कलीमुद्दीन है। फरारी के कारण मौलाना कलीमुद्दीन के आवास की कुर्की जब्ती का आदेश 5 अक्टूबर 2016 को जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने बिष्टुपुर थाने में उसके खिलाफ दर्ज कांड संख्या 21/16 मामले में जारी किया था।
अब्दुल सामी और अब्दुल रहमान कटकी तिहाड़ जेल में हैं बंद
मौलाना कलीमुद्दीन का सहयोगी अब्दुल रहमान कटकी, अब्दुल सामी तिहाड़ जेल में और धतकीडीह रज्जाक कॉलोनी निवासी अकरम शेख मसूद और मानगो का नसीम अख्तर उर्फ राजू घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद है। मो. कलीमुद्दीन मामले में फरार था। सभी पर बिष्टुपुर थाने में आतंकवादी संगठन अलकायदा से जुडऩे, संगठन का विस्तार करने, जेहाद के लिए युवाओं को भड़काने और देशद्रोह की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इन सामानों की हुई थी जब्ती
मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी का जमशेदपुर स्थित अवास।
मौलाना कलीमुद्दीन के आवास पर कुर्की के दौरान एटीएस टीम को बहुत अधिक सामान हाथ नही लगा था। घर से सारे सामान हटा लिए गए थे। उसके घर से छह पंखा, वाशिंग मशीन, चौकी, दो स्टेबलाइजर, दो इनवर्टर बैटरी, मदरसा से पांच रजिस्टर, कुर्सी, टेबुल, कुछ पर्चा, मानवाधिकार आयोग का पत्र और दूसरे सामान को जब्त किया गया जिसे टेम्पो में आजादनगर थाना ले जाया गया था। कलीमुद्दीन के आवास का दूसरा और तीसरा तल्ला पूरी तरह खाली था। केवल पंखे लगे थे।
धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी की हुई थी हरियाणा से गिरफ्तारी
अलकायदा संगठन से जुड़े होने के संदेह में दिल्ली की विशेष शाखा ने हरियाणा से जमशेदपुर के बिष्टुपुर धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी को 18 जनवरी 2016 और ओडिशा से अब्दुल रहमान कटकी को दिसंबर 2015 को गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में दिल्ली और झारखंड पुलिस को पूछताछ में जमशेदपुर, कपाली समेत प्रदेश के कुल 29 लोगों के अलकायदा संगठन से जुड़े होने की जानकारी मिली थी। इनमें मानगो आजादनगर थाना क्षेत्र निवासी मौलाना कलीमुद्दीन, उसके पुत्र हुजैफा, बिष्टुपुर के धतकीडीह रज्जाक कॉलोनी निवासी अकरम शेख उर्फ मसूद उर्फ मोनू और मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड के नसीम अख्तर उर्फ राजू, मानगो जाकिरनगर निवासी मो. जीशान अली, उसके भाई अर्शियान समेत कई के नाम शामिल है।
मानगो निवासी मो. जीशान की दिल्ली एयरपोर्ट से हुई थी गिरफ्तारी
मानगो निवासी मो. जीशान को दिल्ली पुलिस ने 9 अगस्त 2017 को दिल्ली एयरपोर्ट से दबोचा था। मसूद और नसीम को दिल्ली पुलिस की सूचना पर जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाने की पुलिस ने 25 जनवरी 2016 को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में मौलाना कलीमुद्दीन भी आरोपी था। आतंकी संगठन से जुड़े होने का मामला होने के कारण बाद में मामले को प्रदेश एटीएस की टीम को सौंप दिया गया। एटीएस की टीम ने अब्दुल सामी, अब्दुल रहमान कटकी, मसूद, नसीम अख्तर को रिमांड पर लिया था।
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