एडवांस मैटीरियल में स्वदेशी तकनीक विकसित करने की जरूरत Jamshedpur News
एनएमएल में आयोजित किया गया मैग्नेटिक मैटीरियल पर सिंपोजियम स्टील तेल गैस ऑटोमोटिव पावर प्लांट के समक्ष चुनौतियों पर हुई चर्चा।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। नन डिस्ट्रक्टिव इवैल्यूएशन व एडवांस मैटीरियल के क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक विकसित करने की जरूरत है। यह कहना था आरएसबी ग्रुप पुणे के आरएसबी मेटल टेक निदेशक (टेक्नोलोजी एंड एकेडमिक इनीशिएटिव) प्रो. ओएन मोहंती का। वे बतौर मुख्य अतिथि नन-डिस्ट्रक्टिव इवैल्यूएशन एंड मैग्नेटिक मैटीरियल्स (एनडीइएमएम) पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
इस संगोष्ठी का आयोजन मैटीरियल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया (एमआरएसआइ) जमशेदपुर चैप्टर द्वारा सीएसआइआर नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेटरी और आइएसएनटी जमशेदपुर चैप्टर के सहयोग से शुक्रवार को एनएमएल के लेक्चर हॉल में किया गया। मुख्य अतिथि ने एनएमएल व टाटा स्टील की तकनीकी विशेषज्ञता का जिक्र करते हुए स्टील, तेल, गैस, ऑटोमोटिव, पावर प्लांट के समक्ष चुनौतियों के बारे में बताया। साथ ही घरेलू व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक सुस्ती पर विस्तार से चर्चा करते हुए नन डिस्ट्रक्टिव इवैल्यूएशन व एडवांस मैटीरियल में स्वदेशी तकनीक विकसित करने की जरूरत बताई।
इस दौरानं सामग्री मूल्यांकन के लिए पारंपरिक और उन्नत एनडीई तकनीक, पावर प्लांट, एयरोस्पेस, रेलवे और संरचनात्मक इंजीनियरिंग के लिए एनडीई, सॉफ्ट और हार्ड चुंबकीय सामग्री और उनके अनुप्रयोग, हाइब्रिड चुंबकीय सामग्री, जैव-चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए चुंबकीय सामग्री और अन्य अनुसंधान क्षेत्र पर मुख्य रूप से चर्चा हुई।
एनएमएल के निदेशक डॉ. इंद्रनील चट्टोराज ने मुख्य अतिथि व अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया। तकनीकी सत्र में आइआइटी मद्रास के प्रो. कृष्णन बालासुब्रमण्यन ने उद्योगों के लिए विकसित इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक आधारित अल्ट्रासोनिक तकनीकों और प्रौद्योगिकी पर विस्तृत व्याख्यान दिया। टाटा स्टील के एस बालामुरुगन ने एडवांस सेंसिंग सिस्टम, डॉ. एसटी अरसु ने आइजीसीएसआर कलपक्कम द्वारा विकसित एलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनडीई तकनीक, प्रो. अमिताव बासु मल्लिक ने इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के लिए विकसित एमएनबीआइ मैग्नेट के बारे में जानकारी दी।
डॉ. अरविंद सिन्हा ने विगत 25 वर्षों के दौरान एनएमएल की ओर से उद्योगों के लिए विकसित इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनडीइ तकनीक, मैग्नेटिक मैटीरियल व नैनो मैटीरियल के बारे में बताया। अंत में पोस्टर सत्र का आयोजन किया गया और श्रेष्ठ पोस्टर के लिए पुरस्कार भी दिए गए। दो तकनीकी सत्रों में देश के विभिन्न हिस्सों से आए लगभग 20 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।