अस्पताल से पिता को देख कर लौटी युवती के साथ टाइगर मोबाइल ने किया दुर्व्यवहार Jamshedpur News
दोमुहानी पुल देखने पहुंची बारीडीह की युवती गायत्री वर्मा के साथ टाइगर मोबाइल के सिपाहियों ने बदसुलूकी की है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती अपने पिता राजेंद्र कुमार को देखने के बाद अपने भाई के दोस्त के साथ दोमुहानी पुल देखने पहुंची बारीडीह की युवती गायत्री वर्मा के साथ टाइगर मोबाइल के सिपाहियों ने बदसुलूकी की है।
सिपाहियों ने युवती और साथ मौजूद युवक से उल्टे-सीधे सवाल किए और उन्हें जेल भेजने की धमकी दी। युवती के पिता से फोन पर बात करने के बाद भी टाइगर मोबाइल के सिपाही ने युवती को धमकाया कि यहां से जल्द निकल लो वरना दोनों को जेल भेज दूंगा। इस घटना से आहत युवती ने मामले की शिकायत सोनारी थाने में की है। सोनारी पुलिस मामले की जांच कर रही है। बारीडीह बस्ती की रहने वाली गायत्री वर्मा ने बताया कि वो अस्पताल में भर्ती अपने पिता राजेंद्र कुमार को देखने के बाद घर अपने भाई के दोस्त मनीष बोदरा के साथ घर लौट रही थी। वापसी में वो मनीष के साथ दोमुहानी ब्रिज देखने पहुंच गई। यहीं चार-पांच टाइगर मोबाइल के सिपाही आए और गायत्री से बदतमीजी करने लगे। गायत्री ने सोनारी पुलिस को बताया कि प्रवीण कुमार नाम के सिपाही ने दोनों से उल्टे सीधे सवाल किए। जब युवती ने बताया कि वो लोग भाई-बहन हैं तो सिपाही बोला कि बहुत देखा है ऐसे भाई-बहन। इनके बीच क्या रिश्ता होता है सब जानते हैं। युवती का आरोप है कि इसके बाद टाइगर मोबाइल के सिपाही प्रवीण ने उससे अपने पिता से बात कराने को कहा। युवती ने उसे पिता के अस्पताल में भर्ती होने की बात कही तो भी सिपाही नहीं माना। आखिरकार पिता से बात कराई तो वो सिपाही उनसे भी डपट कर बात कर रहा था।
पिता के सब बात बताने के बाद भी सिपाही ने युवती को डपट कर कहा कि भाग जाओ वरना जेल भेज देंगे। हम ड्यूटी कर रहे थे, नहीं कहे अपशब्द : टाइगर मोबाइल के सिपाही प्रवीण ने बताया कि वो लोग अपनी ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने युवती या उसके साथ के युवक को कुछ अपशब्द नहीं कहा। दोमुहानी में लड़कियों के साथ घटनाएं होती रहती हैं इसलिए युवती की सुरक्षा के लिहाज से ही वो पूछताछ कर रहे थे। पिता से बात करने के बाद दोनों को जाने दिया गया।
यूसिल में चालक हैं युवती के पिता
गायत्री के पिता जादूगोड़ा स्थित यूसिल में चालक हैं। वो चार सितंबर को बाइक से ड्यूटी जा रहे थे तो रास्ते में हादसे में जख्मी हो गए। उनके पैर की हड्डी टूट गई है। टाटा मोटर्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। गायत्री दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक अपने पिता के पास रह कर उनकी देखरेख करती है।