ओडिशा की राजलक्ष्मी टुडू बनी आइस्फा मिस इंडिया आदिवासी 2019
रंगारंग कार्यक्रम के साथ 10वां संताली व क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव का समापन हो गया। राजलक्ष्मी टुडू आइस्फा मिस इंडिया आदिवासी 2019 चुनी गई।
जमशेदपुर, जासं। ऑल इंडिया संताली फिल्म एसोसिएशन द्वारा आयोजित 10वां संताली व क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव के सिने अवार्ड समारोह में शनिवार को आदिवासी बालाओं ने परिधानों में रैंप पर कैटवॉक किया। पारंपरिक परिधान में परंपरागत संगीत पर कैटवॉक करते हुए उनका जोश, जुनून व आत्मविश्वास देखते ही बन रहा था।
आइस्फा मिस इंडिया आदिवासी 2019 का ताज अपने सिर पर पहनने के लिए प्रतिभागियों ने एक-दूसरे को मात देने का कोई कसर नहीं छोड़ा। प्रतियोगिता में अंतत: ओडिशा की राजलक्ष्मी टुडू को मिला मिस इंडिया आदिवासी बनने का गौरव मिला। प्रतियोगिता में फस्ट रनर अप का पुरस्कार संताल परगना की प्रीति टुडू और सेकेंड रनरअप कोलकाता की दीपिका मार्डी को दिया गया। फाइनल में कुल 16 प्रतिभागी शामिल थी। जज की भूमिका विनय पूर्ती और सुशीला सोरेन ने निभाई।
पिंटू सोरेन को बेस्ट एक्टर व सरना हांसदा को बेस्ट एक्ट्रेस का पुरस्कार
बिष्टुपुर स्थित जी टाउन मैदान में आइस्फा सिने अवार्ड समारोह में बेस्ट फिल्म का पुरस्कार गोरोज दुलाड़ को दिया गया। बेस्ट एक्टर व एक्ट्रेस का पुरस्कार पिंटू सोरेन, गोरोज दुलाड़ व सरना हांसदा, गोरोज दुलाड़ को मिला। वहीं बेस्ट डायरेक्टर का पुरस्कार सुभाष चंद्र हांसदा, गोरोज दुलाड़ को दिया गया। शनिवार की शाम को ओल चिकि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर सिने अवार्ड समारोह का शुभारंभ किया गया। मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मंत्री सरयू राय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद विद्युत वरण महतो मौजूद थे। आइस्फा सिने अवार्ड समारोह में झारखंड, बंगाल व ओडिशा के कलाकारों गीत-संगीत का तडका लगाया।
समाज को समृद्ध व विकसित बना रहा संताली सिनेमा : रमेश
ऑल इंडिया संताली फिल्म एसोसिएशन, आइस्फा के अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि संताली सिनेमा समाज को समृद्ध व विकसित बनाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है। सिनेमा के बदौलत ही आज विदेशों में संताली भाषा किसी पहचान का मोहताज नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि हम सबों को अपनी मातृभाषा संताली में बोलने का संकल्प लेना चाहिए।
फिल्म को अभिव्यक्ति का माध्यम बनाएं : सरयू
समारोह के मुख्य अतिथि मंत्री सरयू राय ने कहा कि फिल्म अपने समाज व संस्कृति बताने का एक सशक्त माध्यम है। निर्माता-निर्देशक समाज की अच्छी चीजों को फिल्म के माध्यम से सामने लाने का काम करे, ताकि देश व दुनिया के लोग आदिवासी भाषा संस्कृति को जान सके।
भोगला सोरेन को लाइफ टाइम अवार्ड
आइस्फा सिने अवार्ड समारोह में इस वर्ष साहित्यकार भोगला सोरेन को लाइफ टाइम एचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। वहीं लक्ष्मण मुर्मू, पश्चिम बंगाल व उमेश सोरेन, ओडिशा को स्पेशल अवार्ड से सम्मानित किया गया।