डॉक्टर से रंगदारी मांगने और फायरिंग करने वाले दो अपराधी गिरफ्तार, बताई ये वजह Jamshedpur News
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर एसके कुंडू से रंगदारी मांगने के मामले में दो अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। दोनों ने डॉक्टर पर फायरिंग भी की थी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक सह कैंसर विशेषज्ञ एसके कुंडू से रंगदारी मांगने और फायरिंग करने वाले आजादनगर हुसैनी मुहल्ला क्रास रोड नंबर 19 के सरफराज आलम उर्फ छोटू और चांडिल थाना के कपाली ओपी क्षेत्र बंदुगोड़ा निवासी शाहिद खान उर्फ शहजादा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक पिस्टल जैसा लाइटर, बैलून फोडऩे वाला पिस्तौल, रंगदारी मांगने में इस्तेमाल किया गया एक जियो मोबाइल, एक बाइक, फायरिंग के दिन पहने गये कपड़े और दो मोबाइल सेट बरामद किया गया है। धमकाने को खिलौने वाली पिस्तौल का उपयोग किया गया था।
डॉक्टर कुंडू ने किया गलत इलाज, मां की मौत हो गई इस कारण फायरिंग की
एसएसपी ने बताया कि फायरिंग मामले में गिरफ्तार सरफराज आलम उर्फ छोटू ने पुलिस को बताया कि उसकी मां को कैसर था। डॉक्टर कुंडू ने मां का इलाज किया। स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। अधिक रुपये भी लिये गए। बाद में इलाज को मुंबई ले जाना पड़ा। वहां के डॉक्टरों ने बताया कि पूर्व में गलत तरीके से कीमो चढ़ाया गया था जिसके कारण उनका बच पाना मुश्किल है। कुछ दिन बाद मां की मौत हो गई। इसी से क्षुब्ध होकर सरफराज आलम उर्फ छोटू ने रंगदारी मांगने और फायरिंग जैसी घटना को अंजाम दिया गया।
गैंगस्टर अखिलेश के नाम पर मांगी गई थी रंगदारी
दुमका जेल मे बंद शहर के गैंगस्टर अखिलेश सिंह के नाम पर डॉक्टर कुंडू से 7 जुलाई की शाम रंगदारी की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी। 10 जुलाई को सीतारामडेरा थाना क्षेत्र बाराद्वारी एपेक्स हॉस्पीटल के पास अपराधियों द्वारा फायरिंग की गई थी।
छीनी गई मोबाइल से डॉ कुंडू से मांगी गई थी रंगदारी
सरफराज आलम उर्फ छोटू ने बताया डॉक्टर कुंडू को जिस मोबाइल से फोन कर रंगदारी की मांगी गई थी। उस फोन की छिनतई 6 जुलाई की शाम बिष्टुपुर थाना क्षेत्र जुबिली फ्लैट के सामने एक युवक से की गई थी।
अपराधियों की गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका
अपराधियों की गिरफ्तारी में बिष्टुपुर थाना के इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा, साकची थाना के इंस्पेक्टर राजीव सिंह, सीतारामडेरा थाना प्रभारी अजय कुमार, सोनारी थाना प्रभारी नरेश प्रसाद सिन्हा, उलीडीह ओपी प्रभारी चंद्रशेखर कुमार, सब इंस्पेक्टर राजीव झा, पुलिसकर्मी मुनीर खान और तकनीकी सेल के पुलिसकर्मियों की भागीदारी रही।