Top Jamshedpur News of the day,10 th July 2019, दिनदहाड़े फायरिंग, शव के साथ प्रदर्शन, ओलचिकी प्रशिक्षित, लोक कलाएं, डॉली पर मेहरबानी
जमशेदपुर के भीड़भाड़ वाले इलाके में अपेक्स हास्पीटल के समीप दिनदहाड़े फायरिंग हुई वही जमशेदपुर के टेल्को में पुलिस की कार्यशैली से नाराज लोगों ने शव के साथ प्रदर्शन किया।
जमशेदपुर, जेएनएन। जमशेदपुर में अपेक्स हॉस्पीटल के पास एक डॉक्टर को लक्ष्य कर फायरिंग की गई। जमशेदपुर के टेल्को में पुलिस से नाराज लोगों ने शव यात्रा रोककर प्रदर्शन किया। ओलचिकी प्रशिक्षितों ने नियुक्ति की मांग पर जमशेदपुर कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन किया। जमशेदपुर के सोनारी में आयोजित नाट्य उत्सव में झारखंड की लोककलाएं जीवंत हुईं। जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर में ब्राउन शुगर के कारोबारी पर कार्रवाई नहीं होने से पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
डॉक्टर पर फायरिंग, बालबाल बचे
जमशेदपुर में बुधवार को गोलियां बरसीं। यहां एक डॉक्टर को लक्ष्य कर गोलियां दागी गई। संयोग था कि डॉक्टर बालबाल बच गए। फायरिंग की यह वारदात हुई साकची थाना इलाके के अपेक्स हॉस्पीटल के पास। फायरिंग की सूचना के बाद पुलिस हॉस्पीटल पहुंच गई है और डॉक्टर एवं अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है।अपनी कार से उतरकर डॉक्टर एसके कुंडू अपेक्स हॉस्पीटल में दाखिल होने के लिए बढ़े। इसी क्रम में उनपर लक्ष्य कर गोलियां दागी गई। गोलियां दागने के बाद अपराधी चलते बने। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले से मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक खड़े थे। डाॅ कुंडू के पहुंचने पर मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे युवक ने गोलियां दागी। डॉ कुंडू महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आंख के डॉक्टर हैं।
टेल्को में रोड जाम
शव यात्रा रोककर सड़क पर प्रदर्शन किया गया। जिस युवक की शव यात्रा निकली थी वह चार दिन से गायब था। मंगलवार को उसकी लाश मिली थी। शव यात्रा टाटा मोटर्स के दो नंबर गेट के पास पहुंची तो अर्थी को सड़क पर रखकर रोड जाम कर दिया गया। जाम कर रहे लोगों का आरोप था कि युवक के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। परिजनों ने खुद अपने स्तर से खोज जारी रखी और उसका शव मिला। हद यह कि पुलिस ने ही युवक का मोबाइल ट्रेस किया, लेकिन उस आधार पर उसके करीब पहुंचने की कोशिश नहीं की। लोकेशन के आधार पर परिजनों ने खुद शव ढूंढा। जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पर इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए।
डीसी ऑपिफस के समक्ष प्रदर्शन
ओलचिकी प्रशिक्षितों ने नियुक्ति की मांग पर बुधवार को जमशेदपुर में कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन किया और मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सरकार की ओर से चुने गए 65 लोगों को झारखंड लोकसेवा आयोग ने प्रशिक्षित किया था। प्रशिक्षण के बाद सारे प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी हो गया, लेकिन नियुक्ति अब तक नहीं की गई। प्रदर्शनकारियों के अगुवा सुपाई चंद्र हेम्ब्रम ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद उम्मीद जगी थी कि नौकरी मिलेगी तो रोजी-रोटी की समस्या दूर होगी। नियुक्ति नहीं होने की वजह से उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट है।
जीवंत हुई झारखंड की लोककलाएं
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल डेमोक्रसी नई दिल्ली के द्वारा सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा देने के लिए आयोजित नाट्य उत्सव में झारखंड की लोककला जीवंत हुई। आदर्श सेवा संस्थान सोनारी स्थित जगन्नाथ सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कलाधाम एवं सुकला गांव पटमदा के कलाकारों ने नाट्य प्रस्तुतियां दी।कलाधाम की बाल नाट्य मंडली ने गौतम गोप लिखित व निर्देशित नाटक लालच बुरी बला की प्रस्तुति दी। नाटक हो लोककथा पर आधारित है। नाटक में दिखाया गया कि मीठे फल की लालच में दो सखियां कौवे के बहकावे में आकर दूसरे जंगल में चली जाती हैं। वहां उन्हें मीठे फल तो जरूर मिलते हैं, लेकिन वो आदमखोर तस्करों के चंगुल में फंस जाती हैं।
आदित्यपुर पुलिस कठघरे में
ब्राउन शुगर तस्कर डॉली पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर आदित्यपुर पुलिस सवालों के घेरे में है। आदित्यपुर के इमली चौक पर शनिवार 6 जुलाई को हुई फायरिंग के आरोपी की गिरफ्तारी में पुलिस की राह रोकने के मामले में पुलिस ने डॉली को गिरफ्तार नहीं किया। जबकि, डॉली मौके पर हंगामा करती रही। आदित्यपुर पुलिस ने डॉली को गिरफ्तार करने के बजाए उसके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का ही मुकदमा दर्ज कर छोड़ दिया। इस घटना की चर्चा आदित्यपुर में लोगों की जुबान है। लोगों का कहना है कि पता नहीं क्यों आदित्यपुर पुलिस ब्राउन शुगर के तस्करों पर नकेल नहीं कस पा रही है।