बाथरूम में दाखिल हुआ तो उड़ गए होश, फंदे से लटक रहा था पीएफ कर्मचारी Jamshedpur News
जमशेदपुर स्थित पीएफ कार्यालय के कर्मचारी रामनरेश प्रसाद ने कार्यालय के बाथरूम में ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उसका शव खिड़की से लटकता मिला।
जमशेदपुर, जेएनएन। पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में शुक्रवार को हलकान करनेवाली घटना घटी। यहां कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय (पीएफ कार्यालय) के बाथरूम में फंदे से लटकती एक कर्मचारी की लाश मिली। कार्यालय का ही एक कर्मचारी बाथरूम गया तो देखा कि अंदर से दरवाजा बंद है। उसने कार्यालय के अन्य लोगों को जानकारी दी। उसके बाद बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर सहकर्मी खिड़की से फंदे के सहारे लटक रहा था। उसके बाद फौरन हतप्रभ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन कर रही है।
आत्महत्या करनेवाले कर्मचारी का नाम रामनरेश प्रसाद है। रामनरेश मखदमपुर के शांतिनगर में प्राइमरी स्कूल के पास रहते थे। उनकी उम्र 52 वर्ष थी। रामनरेश बुधवार को ड्यूटी पर आए थे। वे ड्यूटी पूरी कर पंच कर निकल गए थे। गुरुवार को दफ्तर बंद था। हालांकि, कुछ कर्मचारी आवश्यक कार्य निपटाने आए थे। रामनरेश का पंच गुरुवार को नहीं है। कब रामनरेश प्रसाद दफ्तर आए और बाथरूम में जाकर आत्महत्या कर ली किसी ने नहीं देखा। आत्महत्या का पता तब चला जब शुक्रवार कार्यालय का चालक बाथरूम गया। उसने देखा कि बाथरूम का दरवाजा बंद है। उसने काफी आवाज दी। जब देर तक कोई रिस्पांस नहीं हुआ तो उसे शक हुआ और उसके इसकी जानकारी कार्यालय के दूसरे लोगों को दी। उसके बाद बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया। पाया गया कि रामनरेश प्रसाद खिड़की से फंदे के सहारे लटक रहा है। उसके मुंह में रूमाल डाला गया था। फंदा प्लास्टिक की रस्सी से बनाया गया था।
परिस्थिति संदिग्ध
परिस्थिति में मिली रामनरेश प्रसाद की लाश।
जिस परिस्थिति में रामनरेश प्रसाद की लाश मिली वह सवालों को जन्म भी देता है। सवाल हैं कि क्या वह घर से प्लास्टिक की रस्सी लेकर आया था। अगर हां तो फंदे से लटकते वक्त मुंह में रूमाल क्यों डाला। पुलिस मान रही है कि मुंह में रूमाल होने की दो वजह हो सकती है। या तो उसने आवाज बंद करने की मंशा के तहत खुद के मुंह में रूमाल डाला हो या पिफर किसी ने मुंह में रूमाल डालकर गला दबाकर हत्या कर दी हो और उसके बाद आत्महत्या का रूम देने के लिए फंदे से लटका दिया हो। हालांकि, पुलिस कुछ कहने की जल्दीबाजी में नहीं है। उसका कहना है कि हर पहलू से जांच कर वह किसी नतीजे पर पहुंचेगी।