सहमति से निकला रास्ता, Nh18 के लिंक रोड से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक हटी Jamshedpur News
एनएच 18 स्थित फूलपाल चौक से मउभंडार जानेवाले लिंक रोड पर गुरुवार सुबह भारी वाहनों की आवाजाही दिन में रोक दी गई। हालांकि बाद में ग्रामीणों संग बैठक के बाद रोक हटा ली गई।
गालूडीह (पूर्वी सिंहभूम), जेएनएन। ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए एनएच 18 स्थित फूलपाल चौक से मउभंडार जानेवाले लिंक रोड पर गुरुवार सुबह से भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। ग्रामीण यहां बेरिकेडिंग लगाने की मांग कर रहे थे। बेरिकेडिंग तो नहीं लगी, पर पिफलहाल यहां सीआरपीएफ जवानों को तैनात कर दिया गया। जवान भारी वाहनों को इस मार्ग पर जाने से रोक देते रहे। हालांकि, दोपहर बाद ग्रामीणों संग प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में सहमति बनी कि वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी। रोक लगेगी या नहीं इसपर फैसला एक माह बाद लिया जाएगा।
सहमति के बाद पिफर भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ववत हो गई। इस लिंक रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही सुबह छह बजे से रात 10 तक नहीं करने की बात थी। इस समय में वाहनों को जमशेदपुर होकर जाना पड़ता। इससे लंबी दूरी तय करनी पड़ती। भारी वाहनों को लिंक रोड से गुजरने पर समय भी कम लगता है और ईंधन की बचत भी होती है। लगातार दुर्घटनाओं और बड़े वाहनों की आवाजही रोकने की मांग पर लगातार रोड जाम आंदोलन के बाद स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने उपायुक्त को बेरिकेडिंग लगाने का अनुरोध पत्र भेजा था। हालांकि, इसपर अभी उपायुक्त की ओर से कोई आदेश निर्गत नहीं किया गया है।
वाहनों की गति सीमित करने के होंगे उपाय
बैठक में उपस्थित ग्रामीण व प्रशासनिक अधिकारी।
इसबीच, गुरुवार को मामले को लेकर ग्रामीणों के साथ ग्रामीण एसपी पियूष पांडेय, एसडीओ अमर कुमार और एसडीपीओ रणवीर कुमार ने बैठक की। इसमें ग्रामीणों ने एक महीने का प्रशासन को समय दिया ताकि सड़क की जमीन किसकी है इसका फैसला हो सके। सहमति बनी कि बड़े वाहनों का परिचालन होगा या नहीं, जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल बड़े वाहनों की आवाजाही जारी रखने पर ग्रामीणों ने हामी भरी। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि इस बात की पूरी व्यवस्था होगी कि वाहनों की रफ्तार सीमित रहे ताकि दुर्घटना न हो।
दो दिन पूर्व छात्रा की चली गई थी जान
फूलपाल चौक से मऊभंडार जाने वाले लिंक रोड पर इसी सोमवार को ट्रेलर की चपेट में आने से भादुडीह गांव की कुनामी मुर्मू की मौत हो गई थी। वह बनकांटी उच्च विद्यालय की कक्षा छह की छात्रा थी। हादसा तब हुआ जब कुनाई साइकिल से मौसी अंजली टुडू के साथ स्कूल से घर लौट रही थी। मौत के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सड़क जाम किया था। पुलिस-प्रशासन ने समझा-बुझाकर लोगों को हटाया था। मंगलवार को भी ग्रामीण सड़क पर उतर गए और अपनी मांग दोहराई कि बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो। प्रशासन ने एक बार पिफर आश्वासन से काम चलाया। ग्रामीणों का धैर्य पिफर जवाब दे गया और वे बुधवार को भी सड़क पर उतर गए। एनएच 18 के लिंक रोड फूलपाल से मउभंडार होते हुए सुरदा जाने वाले मार्ग को जाम कर दिया। सूचना पर पीओपी प्रभारी पहुंचे और थोड़ी सख्ती दिखाई। ग्रामीण उनसे भिड़ गए। इसी बाद तत्काल बड़े वाहनों की आवाजाही दिन में रोकने का स्थानीय स्तर पर फैसला लिया गया है और वहां सीआरपीएफ जवानों को मुस्तैद कर दिया गया। बाद में सहमति के बाद आवाजाही पूर्ववत रही।