एमजीएम में लगी आग, वार्ड छोड़ भागे मरीज
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को आग लगने से अफरातफरी मच गई। वार्डो से मरीज निकलकर बाहर भागने लगे। वहीं अस्पताल के सारे कर्मचारी आग बुझाने की कोशिश में जुट गए। आग की लपटें इतनी तेज थी कि वन विभाग की लकड़ी व एमजीएम का कंडम घोषित उपकरण जल गए। अस्पताल प्रबंधन ने पहले अपने कर्मचारियों के सहयोग से आग पर काबू पाने की कोशिश की किंतु लपटें कम नहीं हुई तो दमकल बुलाया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को आग लगने से अफरातफरी मच गई। वार्डो से मरीज निकलकर बाहर भागने लगे। वहीं अस्पताल के सारे कर्मचारी आग बुझाने की कोशिश में जुट गए। आग की लपटें इतनी तेज थी कि वन विभाग की लकड़ी व एमजीएम का कंडम घोषित उपकरण जल गए। अस्पताल प्रबंधन ने पहले अपने कर्मचारियों के सहयोग से आग पर काबू पाने की कोशिश की किंतु लपटें कम नहीं हुई तो दमकल बुलाया गया।
एमजीएम अस्पताल के प्रशासनिक भवन के पीछे कंडम बेड व उपकरण रखे गए हैं। वहां वन विभाग की लकड़ी भी रखी गई है। इसी लकड़ी में आग लग गई। आग कैसे लगी इसकी पुख्ता जानकारी न तो अधीक्षक के पास है और न ही उपाधीक्षक के पास। कोई सिगरेट जलाकर फेंकने की बात कर रहा है तो कोई आग लगाकर भाग जाने की।
उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी ने बताया कि आग लगने की जांच की जा रही है। अगर कोई आग लगाया है तो यह गलत है। वैसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
आग बुझाने में एमजीएम अस्पताल के हेड क्लर्क अरविंद सिन्हा, बिजली मिस्त्री राजेश सिन्हा, सफाई ठेकेदार राजीव रंजन, भगवान दूबे, सागर सहित अन्य कर्मचारियों ने तत्परता दिखायी। .. तो अंधेरे में डूब जाता अस्पताल
समय रहते अगर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो पूरे अस्पताल अंधेरा में डूब जाता। जिस जगह पर आग लगी उसी के नीचे से बिजली व पानी का पाइप गुजरा हुआ है। आग बढ़ने से पाइप फट जाने की आशंका जतायी जा रही थी।