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10 माह के बेसिक भुगतान के आधार पर मिलेगा सौ फीसद फेस्टिवल भत्ता

मंगलवार को यूसिल प्रबंधन कर्मियों के बैंक खाते में फेस्टिवल भत्ता भेजेगा। कोरोना काल में मजदूरों ने बेहतर कार्य कर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक उत्पादन किया है। इस बार साल के बारह महीने की जगह दस महीने के बेसिक भुगतान के आधार पर सौ फीसद फेस्टिवल भत्ता दिया जाएगा..

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 12:31 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 12:31 AM (IST)
10 माह के बेसिक भुगतान के आधार पर मिलेगा सौ फीसद फेस्टिवल भत्ता
10 माह के बेसिक भुगतान के आधार पर मिलेगा सौ फीसद फेस्टिवल भत्ता

संवाद सूत्र, जादूगोड़ा : मंगलवार को यूसिल प्रबंधन कर्मियों के बैंक खाते में फेस्टिवल भत्ता भेजेगा। कोरोना काल में मजदूरों ने बेहतर कार्य कर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक उत्पादन किया है। इस बार साल के बारह महीने की जगह दस महीने के बेसिक भुगतान के आधार पर सौ फीसद फेस्टिवल भत्ता दिया जाएगा। वैसे कर्मचारी जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या जिनकी ड्यूटी समाप्त हो चुकी है, उनके अंतिम कार्य माह का मूल वेतन माना जाएगा। वित्तीय वर्ष 2019-2020 के दौरान वैसे कमी जिनकी उपस्थिति 30 दिनों से कम है, उन्हें आकस्मिक कामगारों के वेतन के तहत 8.33 फीसद एक्श-ग्रेशिया का भुगतान किया जाएगा। यदि कोई कर्मचारी धोखाधड़ी, चोरी, गलत काम या तोड़फोड़ आदि के लिए कंपनी की ओर से बर्खास्त कर दिया गया हो, वैसे कर्मियों को अयोग्य घोषित किया जाएगा। शनिवार को यह जानकारी यूसिल प्रबंधन ने नोटिस के माध्यम से दिया है।

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गरीबों को श्राद्ध कर्म के लिए विधायक ने की मदद : शनिवार को विधायक समीर मोहंती ने गरीब व जरूरतमंदों को अनाज और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। सहयोग पाने वालों में नरसिंहपुर गांव के झरीलाल पातर, रसपाल के जितेंद्र सिंह, सतकटिया के मुन्नी महतो व राजेश पातर, चाकुलिया सरदारपारा के शंभू सरदार व कांटाबनी बड्डीकानपुर के डोमन सोरेन शामिल हैं। सभी को उनके माता-पिता के श्राद्ध-कर्म के लिए चावल व नकद राशि दी गई। ज्ञात हो कि विधायक बनने के बाद समीर महंती ने व्यक्तिगत तौर पर मात्री-पितृ-दाई योजना शुरू किया था। इस योजना के तहत जिन गरीबों के बुजुर्ग माता या पिता का निधन हो जाता है, उनके श्राद्ध-कर्म में विधायक सहयोग करते हैं। मौके पर राजा बारिक, बलराम महतो, देवाशीष दास, मनोज गोप, मिथुन कर, विशाल बारिक, बापी नंदी, शेखर बेरा, राजाराम गोप, बासुदेव महतो, लखन मांडी आदि उपस्थित थे।

कलश स्थापना के साथ शुरू हुई शारदीय नवरात्र : अनुमंडल मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को देवी मंदिर समेत पूजा घर व पूजा पंडालो में कलश स्थापना कर मां दुर्गा का आह्वान किया गया। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन देवी भगवती के प्रथम रूप शैलपुत्री की आराधना की गई। राज्य सरकार के गाइडलाइन के तहत सभी दुर्गा मंदिरों में भगवती की पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। इस बार राज्य सरकार के निर्देशानुसार छोटे आकार की प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। कोरोना संकट के कारण इस वर्ष सादगी पूर्ण वातावरण में मां की पूजा होगी। मंदिरों में विशेष भीड़-भाड़ नहीं होगी। प्रतिमा को स्पर्श करने की भी इजाजत नहीं मिलेगी। घाटशिला, धालभूमगढ़ व मुसाबनी प्रखंड में कलश स्थापना कर नवरात्र पाठ शुरू किया गया। लोगों ने अपने अपने-अपने घरों में भी कलश स्थापना कर नवरात्र पाठ प्रारंभ किया।

चार दुर्गा पूजा कमेटी ने स्थगित की दुर्गा पूजा : नेताजी सुभाष शिशु उद्यान परिसर में शनिवार को बहरागोड़ा के चार प्रमुख दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्यों ने बैठक कर इस वर्ष दुर्गा पूजा स्थगित रखने की निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता राजलाबांध दुर्गा पूजा कमेटी के आशीष भोल ने की। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार के गाइडलाइन में आ रही अड़चनों को देखते हुए इस वर्ष दुर्गा पूजा स्थगित रखा जाएगा। बैठक में चंडी चरण साव, आदित्य प्रधान, रंजीत बाला, बाप्तु साव, मिटू पाल, राजकुमार कर, स्वपन महतो, तापस महापात्रा व दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।

श्रद्धा पूर्वक पूजी गई मां मनसा : गालूडीह में मां मनसा की दो दिवसीय पूजा शनिवार की देर शाम शुरू हुई। देर रात तक श्रद्धालुओं ने मां मनसा की पूजा-अर्चना की। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोगों ने अपने-अपने घर पर विधिवत मां मनसा की पूजा की। पूजा को लेकर उल्दा गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जलाया गया। रविवार की सुबह पूजा के बाद घरों में चूल्हा जलाया जाएगा। पूजा के बाद श्रद्धालु मां मनसा को चढ़ावा चढ़ाएंगे।

जर्जर आवास में रहने को मजबूर सबर परिवार : घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुडी पंचायत स्थित हलुदबनी गांव के अधिकांश सबर परिवार 30 वर्ष पुराना जर्जर आवास में रहने के लिए मजबूर है। बारिश के मौसम में सबर परिवार गांव के क्लब भवन में आश्रय लेते हैं। कई आवासों के छत का छज्जा टूट-टूट कर गिर रहा है। घर की चारदीवारी ढहने के कगार पर है। आवास के हालात को देख बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। गांव में न ही पंचायत प्रतिनिधि जाते हैं और न ही पंचायत सचिव। तत्कालीन अनुमंडल अधिकारी अमर कुमार ने गांव का भ्रमण करने के दौरान आवास मरम्मत व निर्माण कराने का आश्वासन दिया था। परंतु अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई। गांव में कुल 55 सबर परिवार रहते हैं। इनमें से 14 सबर परिवार के जर्जर आवास का निर्माण कराने के लिए सूची भी तैयार की गई थी। गांव के झुनि सबर ने बताया कि अब घर के अंदर रहने में डर लगता है। बारिश के अलावा अक्सर रात में सभी लोग क्लब भवन में ही रात गुजारते हैं। कनीय अभियंता सौरभ राज ने बताया की तत्कालीन एसडीओ के निर्देश पर हलुदबनी सबर बस्ती में आवास निर्माण कराने के लिए ग्रामसभा किया गया था। मरम्मत कार्य व 14 आवासों के निर्माण की सूची जिलास्तर पर स्वीकृति के लिए भेजी गई है। इस मामले में अब तक कोई आदेश नहीं आया है। अब पुन: रिमाइंडर दिया जाएगा।

पोटका विधायक ने की आर्थिक मदद : पोटका प्रखंड के कुलडीहा पंचायत के लिपिघुटु निवासी स्व. चंदन सिंह का पिछले दिनों निधन हो गया था। शुक्रवार को पोटका विधायक संजीव सरदार के सहयोग से स्व. चंदन सिंह की पत्नी को सूखा राशन व आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया। मौके पर झामुमो के पोटका प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सोरेन, जिला संयुक्त सचिव विद्या सागर दास, झायुमो प्रखंड उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद हांसदा, कुलडीहा पंचायत अध्यक्ष अहमद अली, सचिव मंगल माहली , डोमजूड़ी पंचायत अध्यक्ष जालिम मार्डी, सुनील मुर्मू, जगदीश चंद्र भकत आदि शामिल थे।


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