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प्रसव के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप, घेराव

संवाद सूत्र बरकट्ठा (हजारीबाग ) बरकट्ठा सामुदायिक अस्पताल में गुरुवार को प्रसव के दौरान इलाज

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 09:15 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 09:15 PM (IST)
प्रसव के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप, घेराव
प्रसव के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप, घेराव

संवाद सूत्र बरकट्ठा, (हजारीबाग ) बरकट्ठा सामुदायिक अस्पताल में गुरुवार को प्रसव के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने और नवजात की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीण इलाज में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सा प्रभारी डा. रजनीकांत एवं एएनएम लक्ष्मी सुमन पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने इस दौरान अस्पताल का भी घेराव किया। ग्रामीणों द्वारा घेराव की सूचना पर बरकट्ठा विधायक अमित कुमार भी अस्पताल पहुंच कर मामले की जानकारी ली और एसडीएम से कार्रवाई की मांग की। घेराव और हंगामा कर रहे लोगों को मौके पर पहुंचे एसडीएम बरही ताराचंद ने समझा बुझाकर शांत कराया। एसडीएम ने लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्यवाही का आश्वासन भी दिया। वहीं प्रसव कराने आयी महिला की मां गीता देवी ने थाने में आवेदन देकर चिकित्सक व एएनएम पर कार्यवाही की मांग की है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि 21 अक्टूबर को शाम खैराबाद सरिया गिरीडीह निवासी गर्भवती पूनम देवी पति इंद्रदेव प्रसाद प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा पहुंची थी। परिजनों के अनुसार चिकित्सक एवं एएनएम के द्वारा समुचित इलाज नहीं किए गया और उसे तड़पता छोड़ दिया गया। बेटी की पीड़ा देख मां गीता देवी ने चिकित्सकों को हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर करने को कहा तो पांच हजार रुपए मांग की गयी। किसी तरह पांच हजार रुपये व्यवस्था कर दी गई। फिर रात ढाई बजे सरकारी अस्पताल की जगह निजी नर्सिंग होम बरकट्ठा में भर्ती के लिए ले गए। रात करीबी 3:15 बजे आपरेशन से नवजात ने जन्म लिया। जांच के क्रम में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसी मामले को लेकर लापरवाही बरतने को लेकर ग्रामीण विरोध जता रहे थे। उनका कहना था कि चिकित्सक सही इलाज करते तो बच्चा सही होता। पूरे मामले में मुखिया बरकटठा उतरी मुखिया बसंत साव ने भी लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।

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अस्पताल में प्रसव के लिए महिला कब आई, कब गई इसकी कोई जानकारी मुझे नहीं है। मैं पूरे समय अपने आवास में था। पीड़ित के गांव की सहिया ने मुझे गुरुवार को फोन कर प्रसव के लिए आई महिला के मृत बच्चे जन्म लेने की जानकारी दी। बताया कि वह अस्पताल आई और वहां से उसे नर्सिंग होम ले जाया गया। पैसा लेने का आरोप भी गलत है। हालांकि इस मामले में मैंने स्वयं एएनएम से पूछताछ की और उससे जवाब मांगा है कि प्रसव के लिए आई महिला की जानकारी उन्हें क्यों नहीं दी गयी। पूरा मामले में वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है। दोषी पर कार्रवाई होगी।

डा. रजनीकांत, चिकित्सा प्रभारी, बरकटठा सामुदायिक अस्पताल, हजारीबाग


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