स्वाचालित हथियार का इस्तेमाल करते हैं उग्रवादी, जंग खाया कट्टा नहीं
एजीएम गोपाल सिंह की हत्या में प्रयुक्त हथियार जंग खाया कट्टा है। उग्रव
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : एजीएम गोपाल सिंह की हत्या में प्रयुक्त हथियार जंग खाया कट्टा है। उग्रवादी और संगठित गिरोह के अपराधी स्वाचालित हथियार का उपयोग करते हैं। गोपाल सिंह की हत्या के बाद पुलिसिया जांच में कुछ ऐसी ही बात उभर रही है। पुलिस द्वारा हत्या के नामजद अभियुक्त पूर्णिमा सिंह के घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज ने दोनो के संबंध पर लगे पर्दा को भी हटा दिया है। वहीं दूसरी ओर उग्रवादी और आपराधिक गिरोह के लोग किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए पहले धमकी, पत्र आदि का उपयोग करते हैं। पुलिसिया जांच में भी इस तरह की कोई धमकी या पत्र की बात अभी तक सामने नहीं आई है। इससे उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा हत्या की जिम्मेदारी लेने का मामला पुलिस को बस भटकाने भर का प्रयास लगता है। पुलिस और आम लोगों की राय माने तो केवल जांच से ध्यान भटकाने और अपना आतंक बढ़ाने के लिए यह पत्र जारी किया गया है। गोपाल सिंह की हत्या से उग्रवादी संगठन का कोई लेना देना नहीं है।
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फॉरेसिक जांच के लिए जाएगा बरामद कट्टा, कॉल डंप बनेगा अपराधी की काल पुलिसिया जांच में लगी चार टीम अलग अलग बिदु पर काम कर रही है। घटनास्थल के समीप से बरामद कट्टा पर पड़े अपराधी के अंगुलियों के निशान का फॉरेसिक जांच करायी जाएगी। वहीं संबंधित क्षेत्र में घटना के समय का काल डंप और उसके बाद का फोन नंबर की जांच पुलिस कर रही है। मोहल्ले में लगे एक दर्जन सीसीटीवी भी हत्या की गुत्थी सुलझाने में सहायक होंगी।