लीड = 1400 पौधरोपण व बेहतर जल प्रबंधन के लिए जिला स्कूल को जागरण सम्मान
संवाद सहयोगी हजारीबाग जल संरक्षण पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर दैनिक जागरण्
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : जल संरक्षण, पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर दैनिक जागरण द्वारा चलाया जा रहे मुहिम का असर विद्यालयों में दिखने लगा है। दैनिक जागरण ने मंगलवार को जिला स्कूल को बेहतर जल प्रबंधन, 1400 पौधारोपण और जल सेना के माध्यम से विद्यालयों में फूलों की क्यारी बनाने तथा विद्यालय में साफ सफाई को लेकर सम्मान दिया। जिला स्कूल प्रधानाध्यापक को यह सम्मान एसडीपीओ सदर कमल किशोर, पूर्व उप मेयर आनंद देव और दैनिक जागरण के जिला प्रभारी विकास कुमार व अरविद राणा ने दी। सम्मान समारोह में कक्षावार विशेष योगदान और देखभाल के लिए विज्ञान 12 वीं के वाणिज्य को प्रथम, द्वितीय स्थान पर कला और तृतीय पुरस्कार विज्ञान संकाय को दिया गया। स्वागत भाषण पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक संत कुमार ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी प्रधानाध्यापक उपेंद्र कुमार ने किया। मंच का संचालन अनुज कुमार ने की। मौके पर शिक्षक के रुप में कमलेश कुमार, गिरिश कुमार रजक, विधानचंद्र राय, काजल किरण, राजकुमारी टोप्पो, नीकिता कुमारी सहित अन्य दैनिक जागरण कैलाश यादव उपस्थित थे। पढ़ो समाज बदलने को लड़ो पानी बचाने को : आनंद देव
पानी की विभीषिका को लेकर पूर्व मेयर आनंद देव ने छात्रों को उनकी भाषा में समझाते हुए कहा कि पढ़ो समाज बदलने को और अब लड़ाई पानी बचाने के लिए करना होगा। कहा कि छोटी छोटी प्रयोग कर पानी को बचा हीं नही सकते बल्कि उसे रोक सकते है। बताया कि जल संग्रहण और बूंद बूंद पानी का उपयोग सीखना होगा। कहा कि हमारा जीवन अब पूरा होने वाला है, लेकिन आपका शुरु होगा। भविष्य में युद्ध पानी के लिए होगा। हमें आज से जागना होगा, पानी बचाना होगा। दैनिक जागरण के प्रति भी आनंद देव ने आभार जताया।
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बहते पानी को चलना और चलते पानी को ठहरना सीखाना है : एसडीओ
सदर पुलिस एसडीपीओ कमल किशोर ने विद्यार्थियों के साथ साथ दैनिक जागरण की सराहना की। बताया कि जागरण ने मुहिम चलाकर आम से लेकर खास को जल संरक्षण से जोड़ दिया है। बताया कि दक्षिण अफ्रिका का जोन्हासबर्ग शहर में पानी खत्म हो चुका है। भारत में चेन्नई देश का पहला शहर बना है, जहां दो हजार फिट तक जमीन के नीचे पानी नही है। एसडीपीओ ने विद्यार्थियों को पानी के मर्म को सीखाते हुए कहा कि हमें बहते पानी को चलना और चलते पानी को ठहरना सीखाना होगा। कहा कि गांव घर में छोटे छोटे और अस्थायी उपाय कर पानी बचाया जा सकता है। नल की जगह बाल्टी से मुंह हाथ धोना, कपड़ा धोने के बाद बचे पानी से घर और सब्जी की खेत में पानी दिया जा सकता है। पानी की टंकी में अलार्म लगाकर, और घर आने वाले मेहमानों को आधा भरा गिलास पानी देकर हम शुद्ध पेयजल को बचा सकते है।
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फूलों की क्यारियों से लेकर पौधों का निरीक्षण
सम्मान समारोह में आए दैनिक जागरण के अतिथि एसडीपीओ कमल किशोर, पूर्व उप मेयर आनंद देव, दैनिक जागरण के विकास कुमार व अरविद राणा ने विद्यालय में लगाए गए 500 विभिन्न फूलों की क्यारी, पौधरोपण और जल प्रबंधन के तरीके का निरीक्षण किया। बताया गया कि विद्यालय में जल संरक्षण की पूर्व से व्यवस्था है, समिति ने इसे पुर्नजीवित किया।
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