पूर्वोत्तर भारत में हरित क्रांति की शुरुआत होगी: राधामोहन सिंह
Radha Mohan Singh. केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में हरित क्रांति की शुरुआत होगी।
संवाद सूत्र, बरही (हजारीबाग)। बरही के गौरियाकरमा देश के दूसरे भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र के पहले प्रशासनिक व शैक्षणिक भवन का उद्घाटन रविवार को हुआ। इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि यह किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कृषि क्षेत्र में अनुसंधान को नया आयाम देगा। पूर्वोत्तर भारत में हरित क्रांति की शुरुआत होगी। यहां की दोनों पंचायतों के 50 किसानों को पूसा दिल्ली ले जाकर नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी। हले से नामांकित 20 बच्चे दिल्ली की जगह अब यहीं आकर अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे। शैक्षणिक सत्र 2019-20 में स्नातकोत्तर शिक्षा प्रारंभ हो जाएगी।
विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि 50 साल बनाम चार साल हैं, जो हम कहते हैं वह करके दिखाया है। पिछली सरकार ने कृषि पर एक लाख 21 हजार करोड़ का बजट रखा था। हमारी सरकार जब आई तो इसे बढ़ाकर दो लाख 96 हजार करोड़ कर दिया है। राज्यों के लिए पहले सिर्फ 33 हजार करोड़ दिया जाता था अब इसे बढ़ाकर 61 हजार करोड़ कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसकी नींव यहां आकर रखी थी, आज हमारी सरकार इसका उद्घाटन कर रही है। जल्द ही पूरा भवन बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री के सपने सबका साथ सबका विकास को पूरा करना है। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस प्रोजेक्ट के लिए 1000 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया। कृषि मंत्री ने करीब 40 मिनट तक भाषण दिया। 28 जून, 2015 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं बरही आकर इसकी आधारशिला रखी थी।
किसानों के सपने को साकार करेगा केंद्र, आय भी बढ़ेगी : जयंत सिन्हा
केंद्रीय नागरिक उड्ययन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। 1956 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री ने मांडू में कोनार डैम का शिलान्यास किया था, वह अब तक अधूरा था, जिसे मोदी की सरकार पूरा कर रही है। चार साल पहले हमने जो वादा किया था उसे पूरा किया है। पीएम के जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान व जय अनुसंधान का सपना होगा साकार होगा। नई तकनीक से कृषि से किसानों की आय दोगुनी होगी। उन्होंने कहा कि बड़कागांव-टंडवा में 19 हजार करोड़ की लागत से सुपर थर्मल पावर बन रहा है। पहले यहां से कोयला जाता था अब बिजली भेजेंगे।
इस मौके पर मौजूद सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग में विकास के कई आयाम गढ़े गए हैं। कार्यक्रम में आइएआरआइ के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्रा, उपमहानिदेशक कृषि प्रसार विभाग डॉ. एके सिंह, बिरसा कृषि विवि के कुलपति डॉ. पी कौशल, झारखंड सरकार के कृषि निदेशक रमेश गोलप, सहायक महानिदेशक बीज डॉ. देवेंद्र यादव, संयुक्त निदेशक डॉ. जेपी शर्मा आदि मौजूद थे।