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तीसरी लहर को लेकर बनाए जा रहे एनआइसीयू, पीआइसीयू व एजीयू

रमण कुमार हजारीबाग विगत दिनों मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने देश को

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 06:58 PM (IST)
तीसरी लहर को लेकर बनाए जा रहे एनआइसीयू, पीआइसीयू व एजीयू
तीसरी लहर को लेकर बनाए जा रहे एनआइसीयू, पीआइसीयू व एजीयू

रमण कुमार, हजारीबाग : विगत दिनों मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने देश को कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा बताया। विशेषज्ञों के द्वारा तीसरी लहर को लेकर जताई जा रही आशंका को लेकर तेजी से स्वास्थ्य ढांचा को दुरूस्त करने की कवायद जारी है। वहीं कोरोना संक्रमण की इस तीसरी लहर में बड़ों की अपेक्षा छोटे बच्चों के अधिक संख्या में संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। इस क्रम में मेडिकल कालेज अस्पताल में बच्चों के लिए नए वार्ड बनाने के साथ पुराने वार्ड का रंग रोगन कर उसे बच्चों के मनोनुकूल बनाया जा रहा है। साथ ही आवश्यक उपकरणों एवं सामग्रियों की खरीदारी को लेकर निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। वहीं आक्सीजन प्लांट की स्थापना कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र की बात करें अभी भी स्वास्थ्य ढांचा पूर्व की तरह ही है, कोई खास बदलाव अब तक नहीं आ पाया है। हालांकि कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए विभाग के द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया जारी है।

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20-20 बेड का एचजीयू - पीआइसीयू व 8 बेडों का होगा एनआइसीयू कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने पर उन्हें बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल के नवनिर्मित भवन के तीसरे तल्ले में आठ बेड का नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट व बीस बेड का पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का निर्माण किया गया है। साथ ही दूसरे तल्ले में बीस बेडों का एचजीयू का भी निर्माण कराई गई है। एनआइसीयू में जहां जन्म के 28 दिनों की आयु वाले बच्चों का इलाज होगा, वहीं पीआइसीयू में 28 दिनों से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के इलाज की व्यवस्था होगी। जबकि एचजीयू में 20 बेड की व्यवस्था वैसे बच्चों के लिए होगी, जिन्हें सामान्य वार्ड की अपेक्षा अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी वार्डो में बेडों की व्यवस्था, आक्सीजन पाइपलाइन एवं आपूर्ति के मैनी फोल्डर की स्थापना पूर्व में ही गई थी। वहीं पूर्व से संचालित शिशु वार्ड में नया रंग रोगन एवं वाल पेंटिग्स का कार्य कर उसे अस्पताल के बजाए घर जैसा रूप दिया जा रहा है। गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में बच्चों के लिए 20 बेड का शिशु वार्ड एवं नवजातों के लिए 12 बेड का एसएनसीयू संचालित है। अत्याुधिनिक उपकरणों एवं दवाओं की निविदा के आलोक में हो रही आपूर्ति उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैयारियों के निर्देश दिए हैं। इस बाबत उपायुक्त ने अधीक्षक डा. विनोद कुमार, शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा. विशाल एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डा. क्षितिज आनंद के साथ बैठक कर अत्याधुनिक मानिटरी, वेंटिलेटर्स, हाई फ्लो आक्सीजन एवं दवाओं की आपूर्ति के लिए जारी निविदा के आलोक में सामग्रियों आपूर्ति की जा रही है। साथ ही सभी सामग्रियों को संबंधित वार्ड में स्थापित किया जा रहा है। शिशु रोग विभाग में उपलब्ध डाक्टर एवं कर्मी जानकारी के मुताबिक वर्तमान में अस्पताल के शिशु रोग विभाग में विभागाध्यक्ष के अलावा दो असिस्टेंट प्रोफेसर, दो एसआर एवं दो जेआर के अलावा तीन मेडिकल आफिसर एवं एक एसएनसीयू की डाक्टर सहित कुल दस डाक्टर एवं 6 जीएनएम एवं दो एएनएम उपलब्ध हैं।


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