सड़क पर निकल पड़े अमन के पहरेदार
मासूम हजारीबाग मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्मोत्सव को लेकर एक ओर सारा शहर महावीरी
मासूम, हजारीबाग : मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्मोत्सव को लेकर एक ओर सारा शहर महावीरी पताकाओं से अटा पड़ा है। जिधर देखो रामभक्तों की टोली रामनवमी जुलूस को लेकर सड़क पर उमडे पड़े हैं। पूरा शहर मानो राममय हो गया है। इसी क्रम में लोगों का ध्यान सड़क पर निकले अमन के कुछ पहरेदारों की ओर भी आकृष्ट हो जाता है। इन लोगों में एक जाना पहचाना नाम है कोर्रा निवासी समाजसेवी ललन प्रसाद का। श्री राम के जन्मोत्सव महारामनवमी के उद्घोष के साथ ही शहर में इनकी सक्रियता बढ़ जाती है। सारा आयोजन सौहार्द्रपूर्ण माहौल में संपन्न हो जाए, इसको लेकर वह दिन रात सद्भाव का दीपक जलाने में व्यस्त हो जाते हैं। चाहे बात रामनवमी महासमिति के गठन की हो या फिर जिला प्रशासन और शहर के विभिन्न मुहल्लों में होने वाली शांति समिति बैठक की बात हो हर जगह वह आगे आगे नजर आते हैं। इन अवसर पर इनके द्वार बिखेरी जाने वाली सौहार्द्र की स्वर लहरियां लोगों को मोहित कर जाती है। मर्यादित और नशामुक्त रामनवमी के वह सबसे बड़े हिमायती हैं। सच पूछा जाए तो समाजसेवी ललन का पूरा कुनबा ही सौहार्द और सद्भाव को समर्पित है। सप्तमी के अवसर पर उनके आवास में होने वाली पूजा में सभी धर्म के लोग शामिल होते रहे है ओर मिलजुल कर झंडा उठाते हैं। उनकी इस विलक्षण भावना को देखते हुए तत्कालीन राज्यपाल प्रभात कुमार द्वारा उन्हें राजभवन में सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। बिहार के सोनपुर मेले में उन्हें तत्कालीन डीजीपी जैकब के हाथों सम्मानित किया गया था। तीन बार झारखंड सरकार द्वारा उनका नाम कबीर सम्मान के लिए दिल्ली प्रेषित किया जा चुका है।