पंजी दो चोरी में आरोपित राजस्व कर्मी गिरफ्तार
इचाक अंचल से पंजी दो चोरी मामले मे इचाक पुलिस ने तीसरे आरोपित
संवाद सूत्र, इचाक (हजारीबाग) : इचाक अंचल से पंजी दो चोरी मामले मे इचाक पुलिस ने तीसरे आरोपित राजस्व कर्मचारी रघुनाथ राम को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी उसके घर से जोहनियां से हुई। पुलिस ने गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी को जेपी कारा भेज दिया। रघुनाथ घटना के समय इचाक अंचल में पदस्थापित था और बाद में उपायुक्त ने केरेडारी स्थानांतरित कर दिया था। इस मामले में पूर्व में दो आरोपितों को पुलिस चोरी के मामले में जेल भेज चुकी है। इनमें दीपक राम तथा बालकेश राणा शामिल है। अब भी पुलिसिया पकड़ से मास्टर माइंड सहित पांच लोग बाहर हैं। मालूम हो कि कुल आठ लोगों का नाम पंजी दो चोरी मामले में सामने आया था। इनमें रघुनाथ राम, दीपक राम, लोकेश साव, बालकेश राणा, सुनील मेहता, मुकेश राम, अशोक राम और विनय राम शामिल हैं। क्या है मामला
कुल 67 पंजी की हुई थी चोरी इचाक अंचल से चोरों ने दो बार पंजी दो की चोरी की थी। इन्होंने 23 मई 33 पंजी और 3 अगस्त को 34 पंजी की चोरी की गई थी। पंजी दो की कुल 67 पंजी चोरी होते ही विभाग में हड़कंप मच गया था। इसके बाद पुलिसिया दबाव में चोरों ने पंजी को बोरा में रखकर 15 अगस्त की रात मध्य विद्यालय कुरहा परिसर से छोड़ दिया था। बोरा में कुल 58 पंजी पुलिस ने बरामद किया था, आज भी इन चोरों के पास नौ पंजी है। इस मामले में पूर्व में आरोपी बालकेश राणा को आठ अगस्त तथा दीपक राम को तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। जांच के लिए एसआइटी का हुआ था गठन पूरे मामले में चोरी को लेकर राज्य स्तर पर एसआइटी का गठन किया गया था। रांची से गठित दल ने इचाक पहुंच कर मामले की जानकारी ली। लेकिन बचे नौ पंजी तो दूर की बात है, आरोपी और मास्टर माइंड को भी पुलिस नहीं पकड़ सकी। पूर्व में गिरफ्तार बालकेश राणा ने घटना में आठ लोग को शामिल होने की बात पुलिस को बताया था। इस मामले में इचाक थाना कांड संख्या 212/19 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एएसआई कन्हैया राम ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रघुनाथ राम के जोनहियां स्थित उसके आवास से सोमवार की रात गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
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मेरे पिता निर्दोष, पुलिस बना रही बलि का बकरा राजस्व कर्मचारी के परिजनों ने पूरे मामले में पुलिस पर सवाल खड़ा किया है। बताया कि गांव के एक दर्जन से अधिक लोगों के साथ वे तीन अगस्त को बाबा धाम देवघर गए थे। उनके साथ कई लोग थे। ऐसे में चोरी वह कैसे शामिल हो सकते हैं? बेटा किशोर कुमार रजक ने बताया कि मेरे पिता निर्दोष हैं और इनका नार्को टेस्ट करा कर इसकी जांच की जा सकती है। इस बाबत एक आवेदन उपायुक्त, थाना प्रभारी को भी परिजनों ने देकर जांच की मांग की है।