सादगी से हुई माता की विदाई
संवाद सूत्र चौपारण दुर्गा पूजा के 104 साल के आयोजन के इतिहास में इस वर्ष सर्वाधिक फीका आय
संवाद सूत्र, चौपारण: दुर्गा पूजा के 104 साल के आयोजन के इतिहास में इस वर्ष सर्वाधिक फीका आयोजन रहा। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइंस के कारण बेहद सादगी के साथ केवल नौ दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हुआ। प्रखंड के चौपारण बाजार, रामपुर , दैहर, बसरिया, पांडेयबारा, सिघरावां, मानगढ़ आदि स्थलों में माता की प्रतिमा की स्थापना कर लगातार मेले का आयोजन होता था । परंतु इस वर्ष मेले का आयोजन नहीं हुआ। साथ ही संध्या आरती भी बेहद सादगी से हुई। केवल नवमी को ही पूजा को लेकर थोड़ी भीड़ हुई। शेष दिन लोगबाग घरों से नहीं निकले। प्रशासन की अत्याधिक सक्रियता व कोरोना के कारण पंडाल का भी निर्माण नहीं किया गया । बेहद शांति पूर्ण तरीके से सोमवार संध्या माता प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया। इस दौरान सभी संबंधित स्थलों के पूजा समितियां सक्रिय रहीं।
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छाई वीरानगी, लाखों का व्यवसाय रहा ठप
चौपारण: मेले के आयोजन नहीं होने से वीरानगी छाई रही। छोटे और मध्यम व्यवसाय से जुडे लोगों को लाखों का नुकसान हुआ। हालांकि, वाहनों के चलने के कारण एक माह पहले कोलकाता से खिलौने आदि की खरीद की गई थी। ऐसे दुकानदार दोहरे मार झेलने के कगार पर हैं। इसके अलावा मिठाई, कपड़े, जूता चप्पल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल व्यापार भी ठप रहा। हालांकि, आम लोगों में सरकार के दोहरे रवैये के प्रति नाराजगी भी दिखी। जहां एक ओर चुनाव प्रचार में लोग उमड़ रहे हैं और शारीरिक दूरी को नजर अंदाज किया जा रहा है वहीं पूजा को लेकर कई नियम बना दिए गए।