जिस दिन सोया राष्ट्र जगेगा..
हजारीबाग : बड़ा अखाड़ा में आयोजित पांच दिवसीय रामचरितमानस गीता ज्ञान महायज्ञ के दूसरे दिन बड़ी संख्या म
हजारीबाग : बड़ा अखाड़ा में आयोजित पांच दिवसीय रामचरितमानस गीता ज्ञान महायज्ञ के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामचरितमानस का श्रवण करने पहुंचे। पहले दिन रामचरितमानस को आत्मसात करने के गुर बताए गए थे।
दूसरे दिन रामचरित मानस में राम के चरित्र और देश प्रेम पर चर्चा करते हुए स्वामी धनंजय नंद ने देश की हालत पर ¨चता व्यक्त करते हुए कहा कि सोया राष्ट्र को जगाने की आवश्यकता है। जिस दिन सोया राष्ट्र जगेगा उस दिन निश निश फैला तमस हटेगा। इससे पूर्व समारोह का उद्घाटन पूर्व जिप अध्यक्ष बीके जायसवाल, सुदेश चंद्रवंशी ने दीप प्रज्वलित कर किया। स्वामी विवेकानंद के उठो जागो और लक्ष्य की प्राप्ति होने तक रुको मत नारा पर भी चर्चा के दौरान कथावाचक सुश्री सुनीता भारती ने कहा कि जिस दिन में आज पूरा समाज सोया है उसे तुलसीदास ने कहा कि है मोह निसा सब सोवन हारा, जिसका अर्थ है मोया और माया से संसार सोया पड़ा है। यह कार्य समाज का अहित कर रहा है। कहा कि इस मायावी दुनिया में ईश्वर को पहचानने और कर्म को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। बताया कि महाभारत में अर्जुन भी अपने स्वजनों को मारने से डर रहा था। जबकि उसके सारे स्वजन अधर्म के पक्ष में खड़े थे। बताया कि श्री कृष्ण ने अर्जुन का आत्मजागरण कर उन्हें विधर्मियों के विरुद्ध खड़ा किया। कथा के माध्यम से कथाकारों ने लोगो को आत्मबोध करने का आह्वान किया। मौके पर सुरेंद्र सिन्हा, टुन्नू गोप, अनिल कुमार ¨सह, रामरतन प्द्यराद ¨सह, नंद किशोर ¨सह, राम प्रकाश ¨सह, ऋचा प्रिया, शशि प्रिया, मनोज गिरि, तेज बहादुर ¨सह, जवाहर, विभा ¨सह, गंगाधर महतो सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।