विवेकानंद के जीवन आर्दश को करें आत्मसात
विेकानेद के जीवन को करें आत्मसात संवाद सूत्र हजारीबाग श्री रामकृष्ण सारदा आश्रम हजारीबाग परिसर में भाव प्रचार परिषद का द
संवाद सूत्र हजारीबाग: श्री रामकृष्ण सारदा आश्रम हजारीबाग परिसर में भाव प्रचार परिषद का दो दिवसीय अर्द्ववार्षिक सम्मेलन का समापन रविवार को हुआ। रविवार को भी श्रीरामकृष्ण शारदा आश्रम भाव प्रचार परिषद के पदाधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण बात कहीं। इस सम्मेलन में बिहार झारखंड के 12 महाराज गण तथा लगभग 50 सदस्य विभिन्न जगहों से आए थे। कार्यक्रम का आरंभ महाराज गण के वैदिक मंत्रोच्चारण तथा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ । इस कार्यशाला में विभिन्न जगहों से आए महाराज गण ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। इससे बिहार झारखंड रामकृष्ण विवेकानंद भाव प्रचार परिषद के अध्यक्ष स्वामी शशांकानंद जी महाराज ने कहा भाव प्रचार के लिए सबसे पहले हमें अहंकार को त्यागना होगा। ठाकुर रामकृष्ण देव, मां शारदा और स्वामी विवेकानंद जी के जीवन आदर्श को आत्म सात करना ही सच्ची भक्ति है। प्रभात फेरी -शोभा यात्रा रविवार को प्रात: 6:30 बजे निकाली गई। संध्या 7 से 7:30 बजे तक धर्मशाला का आयोजन किया गया, जिसमें धर्म के बारे में अनेक महाराज गण ने अपने-अपने विचार रखे। 7:30 सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भक्ति भावना से लीन अनेक कार्यक्रम बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किए गए। बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। आठ बजे से युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें महाराज स्वामी शशांकानंद जी महाराज ने युवकों का स्वरोजगार करने की प्रेरणा दी । इस कार्यक्रम में श्री रामकृष्ण शारदा आश्रम हजारीबाग के संस्थापक स्वामी तपानंदजी महाराज के द्वारा आर्ष कन्या बालिका विद्यालय के लगभग 55 बच्चियों को एक बैग, एक कलम, और पांच कॉपियां देकर उन्हें पठन-पाठन के लिए प्रोत्साहित किया।