ग्रामीण श्रमदान से बना रहे सात किमी सड़क
लीड- माह के प्रत्येक रविवार को सैकड़ों ग्रामीण करेंगे श्रमदान होती थी परेशानी संवाद सूत्र
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माह के प्रत्येक रविवार को सैकड़ों ग्रामीण करेंगे श्रमदान, होती थी परेशानी
संवाद सूत्र,
केरेडारी ( हजारीबाग ) इन दिनों जहां लोग दुर्गापूजा की भक्ति में लीन है तो वही प्रखंड के अति सुदूरवर्ती पंचायत पताल के गांव ड़मारू में गांव के सैकड़ों ग्रामीण श्रमदान से सात किमी सड़क बनाने में जुटे हैं। यहां आजादी के 75 साल बाद भी लोग सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं से वंचित हैं।
डमारू गांव पताल पंचायत सचिवालय से 100 फीट उचाई पहाड़ों पर बसा है, जहां आने जाने के लिए पगडंडी के अलावा कोई रास्ता नही है। लोग आज भी इमरजेंसी में एंबुलेंस या अन्य चार पहिए वाहन नहीं ले जा सकते। बात जब मरीजों की आती है तो मरीज को खटिया में टांग कर ले जाना होता है। इसे लेकर कई बार डमारू के ग्रामीण बचरा से ड़मारू तक सात किमी और ड़मारू से महुआखुरा तक चार किमी तक सड़क बनाने के लिए विधायक अंबा प्रसाद व सांसद जयंत सिन्हा से गुहार लगा चुके है। लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली, जिससे ग्रामीणों में जन प्रतिनिधियों के प्रति काफी आक्रोश है। इसके बाद ग्रामीणों ने दुर्गापूजा के अवसर पर सात किमी तक पहाड़ों को काटकर श्रमदान से हर रविवार रास्ता बनाने का निर्णय लिया। साथ ही कार्य शुरू भी कर दिया गया है। उक्त कार्य समाजसेवी बबलू कुमार महतो, के नेतृत्व में शुरू किया गया है। बबलू महतो ने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां कोई अधिकारी व जन प्रतिनिधि नहीं आते, जिससे विकास कार्य ठप है। पिछले सप्ताह से कर्णपुरा बचाव समिति के संयोजक विकास कुमार महतो व समाजसेवी कृष्णा यादव का श्रमदान कार्य में सराहनीय योगदान है। श्रमदान कार्य में दिलीप महतो, मोहन करमाली, नरेश महतो, नरेश महतो, टेकलाल महतो, नान्हू महतो, केजरू महतो, मंगरा महतो, दीपक महतो, दशरथ महतो, बाबूलाल महतो, महेश महतो, रोहित गंझू, विजय गंझू, मनोज महतो, संजय महतो, एतवरवा महतो, विशेश्वर महतो, सेटन, मुकेश गंझू, जलेश्वर गमझू, बिरसा महतो, राजेश महतो, सहदेव महतो, धनेश्वर महतो समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।