सरकारी बस स्टैंड के समीप खून से लथपथ मिला अधेड़
हजारीबाग सरकारी बस स्टैंड के समीप खून से लथपथ एक पड़ा एक अधेड़ को अचेत अवस्था में उ
हजारीबाग : सरकारी बस स्टैंड के समीप खून से लथपथ एक पड़ा एक अधेड़ को अचेत अवस्था में उठाकर अस्पताल लाया गया । सड़क किनारे अचेत पड़े अधेड़ की पहचान नहीं हो सकी है। संध्या में उसे होश तो आया पर वह कुछ भी बोलने में असमर्थ दिखा। राजश्री बस संचालक भरत सिंह ने पुलिस को सूचना देकर अस्पताल में भर्ती कराया और उसके होश आने तक अस्पताल में साथ रहे। अधेड़ करीब 45 -50 वर्ष का है। उसके दोनों हाथ की नसें कटी मिली है। मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज किया जा रहा है। कुछ भी बताने में असमर्थ होने के कारण पुलिस अबतक किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी। दोनों हाथ के कलाई में कई स्थान पर तेज धारदार हथियार से काटे जाने का निशान है। अधेड़ के जेब से दो हजार रुपए मिले है, जिसे सदर थाने में सुरक्षित रखा गया है। संभावना जताया जा रहा है कि अचेत व्यक्ति रात में किसी सवारी बस से हजारीबाग पहुंचा। यहां उसके साथ लूट का प्रयास किया गया। इसी दौरान उसके हाथ अपराधियों ने काट दिया। व्यक्ति का आईडी कार्ड व मोबाइल भी गायब मिला है।
-----------------------------
खून से सनी थी मिट्टी, राहगीर बने तमाशाबीन
जानकारी के मुताबिक अचेत पड़े व्यक्ति को देख राहगीर तमाशा बीन बन गए थे। उसी वक्त राजश्री बस के मालिक गुजरे और अचेत को उठाकर अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंचे भरत सिंह ने बताया कि उनके पिता का आज के दिन हीं सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। तब से वह प्रयास करते है कि ऐसे व्यक्तियों की सहायता करे।
-------------------------------------
नहीं बताना चाह रहा नाम व पता
होश में आने के बाद अधेड़ से कई बार उसके बारे में पूछताछ करने का प्रयास किया गया। परंतु वह बताने की जगह दूसरी दूसरी बातें करने लगा। धोती कुर्ता पहने अधेड़ पुलिस को अपना घर पटना तो कभी गया बता रहा था। फोन नंबर नंबर मांगने पर उसने कहा कि कोई उसके घर से नहीं आएंगा। संध्या करीब छह बजे से उससे उसके बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया । परंतु सफल नहीं हो सके।