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जुलूस निकालने को लेकर की गई FIR वापस लेने और DJ पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे लोगों की बिगड़ी तबीयत

Hazaribagh News प्रशासनिक निर्णय के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे युवकों की रविवार दोपहर स्थिति बिगड़ गई। सूचना पर पहुंचे विधायक सहित अन्य ने इस दौरान युवकों से अस्पताल में इलाज कराने का आग्रह किया लेकिन बात नहीं बनी।

By Vikash SinghEdited By: Mohit TripathiPublished: Sun, 19 Mar 2023 05:06 PM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 05:06 PM (IST)
जुलूस निकालने को लेकर की गई FIR वापस लेने और DJ पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे लोगों की बिगड़ी तबीयत
स्थिति स्पष्ट करें अन्यथा इस मुहिम से जुड़ने को हैं तैयार: मनीष जायसवाल

संवादसूत्र, हजारीबाग: प्रशासनिक निर्णय के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे युवकों की रविवार दोपहर स्थिति बिगड़ गई। सूचना पर पहुंचे विधायक सहित अन्य ने इस दौरान युवकों से अस्पताल में इलाज कराने का आग्रह किया लेकिन बात नहीं बनी।

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अनशन पर बैठे युवक धारा 144 के तहत जुलूस निकालने को लेकर की गई प्राथमिकी वापस लेने और डीजे पर पूर्ण पाबंदी को हटाने की मांग कर रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर चार युवा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।

सबसे ज्यादा खराब स्थिति अजय कुमार सिंह की स्थिति थी। स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ की स्थिति अच्छी नहीं होने पर चिकित्सक द्वारा अस्पताल में भर्ती कर इलाज करने का निर्देश दिया गया लेकिन चिकित्सा कर्मियों का यह निर्देश युवकों नहीं माना।

मौके पर उपस्थित विधायक ने कहा कि विधानसभा में उठाए गए सवालों पर जवाब नहीं देने के बाद हजारीबाग इंटरनेशनल रामनवमी पर असंतुष्ट है। जिला प्रशासन भी राज्य सरकार के नक्शे कदम पर चल रही है। विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन का जो वक्तव्य इस मामले में आ रहा है, वह अलग-अलग प्रकार का आ रहा है।

उन्होंने कहा कि पुलिस का कुछ और कहना है और प्रशासनिक स्तर के लोग कुछ अलग कहते हैं। ऐसे में हजारीबाग का माहौल खराब हो रहा है और प्रशासन को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तो महज कुछ लोग धरने पर बैठे हुए हैं अगर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो बहुत सारे लोग इस मुहिम से जुड़ कर इस लड़ाई को आगे बढ़ाने को तैयार हैं।

विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हवाला है कि ध्वनि प्रदूषण को लेकर निर्धारित समय तक ही बजाना है। फिर सिर्फ डीजे पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है, ध्वनि तो तासा, बैंड से भी होता है।

अगर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को माना जाए तो फिर ध्वनि फैलाने वाले सभी प्रकार के चीजों पर पाबंदी लगानी चाहिए। परंतु अगर सिर्फ डीजे को प्रतिबंधित किया जाता है तो हजारीबाग के पारंपरिक रामनवमी के वैभव को कम करने का कोशिश किया जा रहा है, ख्याति प्राप्त रामनवमी की पहचान को कुंद करने की साजिश चल रही है।

मौके पर विशेष रुप से समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह, बड़ा अखाड़ा के महंत विजयानंद दास, विधायक प्रतिनिधि विशाल वाल्मिकी, भाजपा नेता टोनी जैन, रामनवमी संरक्षण समिति के अध्यक्ष प्रशांत प्रधान, निशांत प्रधान, अटल सांस्कृतिक मंच के दीपक नाथ सहाय, भाजपा नेत्री प्रियंबदा, अखौरी ब्रजेश सहाय, सन्नी सौरभ, कुमार गौरव, शंशाक शेखर, शैलेश चंद्रवंशी, मेहुल खंडेलवाल, सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद रहें ।


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