भारतीय मजदूर संघ ने बनाई आंदोलन की रणनीति
चरही कोरोना त्रासदी के बीच आखिरकार भारतीय मजदूर संघ ने केंद्र और राज्यों की सरक
चरही : कोरोना त्रासदी के बीच आखिरकार भारतीय मजदूर संघ ने केंद्र और राज्यों की सरकार के साथ श्रमिक मुद्दों पर आर-पार की लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाई। जिला मंत्री शंकर सिंह ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ ने पांच प्रमुख श्रमिक मुद्दों को लेकर सरकार के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है। भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीके साजी नारायणन व महामंत्री विरजेश उपाध्याय सहित अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आंदोलन की रणनीति तय की गई। पांच प्रमुख मुद्दों पर सरकार से लड़ाई लड़नी है। इनमें प्रवासी मजदूरों की दयनीय स्थिति, उनकी हुई रोजगार के भारी नुकसान, उनकी मजदूरी काटना व इसका भुगतान नहीं करना, श्रम कानूनों का एकतरफा निलंबन व काम के समय को 12 घंटे करना तथा बेलगाम निजीकरण करने जैसे मुद्दे शामिल होंगे। इसके लिए 30 मई से पूरे जून महीने तक जन-जन से लेकर संसद तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। यह सर्व विदित है कि भारतीय मजदूर संघ श्रम कानूनों में बदलाव, प्रवासी श्रमिक, कॉमर्शियल माइनिग व निजीकरण के फैसले को लेकर केंद्र सरकार के विरूद्ध आंदोलन को संकल्पित है।