सारथी समूह ने दी आर्थिक मदद
चौपारण रोड़ पर गाड़ी चलाना जोखिम भरा होता है जो खतरा हमेशा बना रहता है। और जब कुछ
चौपारण: रोड़ पर गाड़ी चलाना जोखिम भरा होता है जो खतरा हमेशा बना रहता है। और जब कुछ अनहोनी हो जाय तो देखने वाला कोई नहीं होता। इसी चुनौती का सामना करने के लिए हजारीबाग, चतरा व बिहार के गया जिले विभिन्न गांवों के सारथियों के द्वारा (चालकों) सारथी सहायता समूह का गठन किया गया। प्रखंड मुख्यालय स्थित टाटा मोटर्स के समीप राज होटल में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित कर सड़क दुर्घटना में मृतक व घायल परिवारों को आर्थिक मदद दिया गया। इसमें डोईया निवासी स्व. चंदन सिंह की पांच वर्षीय बेटी श्रेया रानी को 51000/- (चौपारण) हजारीबाग व अंकित कुमार सिंह खौरा व आंनद कुमार सिंह करमा दोनों (इटखोरी) चतरा को 11000/- रुपये आर्थिक मदद दी गई। सारथी सहायता समूह के अध्यक्ष अनोद सिंह ने बताया कि पिछले काफी समय से सभी सारथी साथियों ने यह महसूस किया कि जब तक वो स्वस्थ हैं तब तक तो कोई परेशानी नहीं है। लेकिन घटना दुर्घटना में घायल या आकस्मिक मौत होने पर उनके परिजनों को देखने वाला कोई नहीं रहता । इन समस्याओं के साथ दूर दराज में कहीं फंसे होने पर कोई मदद तक नहीं हो पाता। इसी समस्या को देखते हुए संगठन का गठन किया गया। सारथी सहायता समूह के सदस्यों ने पिछले छ:ह माह में तत्परता दिखाते हुए समूह का गठन किया। सहायता मिलने पर आंनद व अंकित काफी भावुक दिखें। मौके पर समाज सेवी संजय सिंह, रामचंद्र सिंह, समूह के सचिव पंकज कुमार सिंह, युगेश कुमार, दीपक सिंह, बब्लू कुमार सिंह, नन्हे कुमार सहित काफी संख्या में चालक उपस्थित थे।