Lok Sabha Polls 2019: बड़कागांव में कोल माइंस तो खुले लेकिन नहीं बन सकी सड़क
Lok Sabha Polls 2019. हजारीबाग चतरा व रांची तीन जिलों को जोड़ने वाली हजारीबाग- बीजूपाड़ा सड़क तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी ठीक से शुरू नही हो पाई है। कछुए की चाल से निर्माण चल रहा है।
हजारीबाग, जासं। हजारीबाग, चतरा व रांची तीन जिलों को जोड़ने वाली हजारीबाग- बीजूपाड़ा सड़क तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक ठीक से शुरू नही हो पाई है। कछुए की चाल से इसका निर्माण चल रहा है। इस कारण जहां परियोजना की लागत में लगभग 25 फीसदी बढ़कर लगभग 532 करोड़ हो चुकी है, वहीं लोगों को इस सड़क से गुजरने में भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।
एक अनुमान के मुताबिक लगभग बड़कागांव, कटकमदाग व केरेडारी की पांच लाख की आबादी इस सड़क के समय से निर्माण नहीं किए जाने का खामियाजा भुगतने को अभिशप्त है। ऐसे में सवाल उठता है कि सड़क निर्माण का कार्य अधर में फंसने पर भी जनप्रतिनिधियों ने सुुुध क्यों नहीं ली ?
विवाद को लेकर सड़क निर्माण में हुई देरी
जानकारी के अनुसार हजारीबाग-बीजूपाड़ा सड़क से हजारीबाग जिला के सदर प्रखंड, बडकागांव, केरेडारी, व कटकमदाग चतरा जिला का टंडवा व रांची जिला के बीजूपाड़ा प्रखंड को सड़क के माध्यम से जोड़कर लगभग 12 लाख की आबादी को विकास की ओर ले जाना था। लेकिन स्टेट हाइवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया द्वारा निर्माण किए जानेवाली इस सड़क का कार्य वर्ष 2017 में प्रारंभ किया गया था व इसे दो वर्षो मे वर्ष 2018 तक में पूरा कर लिया जाना था। लेकिन वन विभाग के साथ हुए एक विवाद के बाद पुरानी कंपनी ब्लैकलिस्टेड हो गयी।
इस कारण काफी दिनों का निर्माण कार्य बाधित रहा। इसके बाद इस सड़क के लिए पुन: निविदा निकाली गई । तब जाकर तीन माह पूर्व फिर से निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। लेकिन निर्माण कार्य की गति धीमी होने के कारण अब तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। दो वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक मात्र तीस फीसदी ही काम पूरा हो पाया है। वहीं निर्माण कार्य की धीमी गति को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। अब लोग पूछने लगे हैं कि आखिर यह सड़क कब पूरी होगी?
दो घंटे में पूरी होती है 26 किमी की दूरी
हजारीबाग से बडकागांव की दूरी मात्र 26 किमी है। लेकिन इस दूरी को तय करने में लोगों को दो घंटे से अधिक का समय लगता है। उस पर तुर्रा यह है कि सड़क की हालत ऐसी है कि इस सड़क से गुजरना लोगों को दुर्घटना को दावत देने जैसा लगता है। लोग इस सड़क से गुजरने से पनाह मांगने लगे हैं। जबकि इस पूरी परियोजना की लंबाई लगभग 85 किमी है। वहीं बडकागांव से आगे बढ़ने पर टंडवा, बचडा, राय व खेलाडी में तो हालत और भी बुरी है।
निर्माण कंपनी द्वारा कार्य को लेकर पुरानी सड़क को तोड़ कर हटा दिया गया है। मिट्टी व मेटल कॉन्सटेलेशन के कार्य को लेकर पूरी सड़क पर धूल का गुबार उठता रहता है। जो यहां से गुजरनेवालों को न केवल दमा व टीबी का मरीज बना रहा है, बल्कि कई दफा दुर्घटनाओं का भी शिकार बनाता है।
सड़क निर्माण में देरी से न केवल लोगों को इस सड़क से गुजरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि निर्माण लागत में वृद्धि हो जाने से सरकारी राशि का नुकसान भी हुआ है। जनप्रतिनिधियों को चाहिए इस समस्या को जनता के हित में जल्द समाधान करें। - राजेश कुमार मेहता , इंद्रपुरी चौक, हजारीबाग ।
सड़क नही बनने से बेहद परेशानी होती है। बड़कागांव जाने में आधे घंटे का सफर पूरा करने में एक घंटा से अधिक लगता है। हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है -तापेश्वर कुमार, हजारीबाग
यह सड़क लोगों को बीमार बना रही है। हर दिन बीमार लोगों की संख्या बढ़ रही है। समय पर निर्माण कार्य पूरा नही होने का खामियाजा यहां के लोग भुगत रहे हैं -प्रेम प्रसाद राणा, हजारीबाग
इस सड़क पर चलना दुर्घटना को आमंत्रित करना है। हर दिन कोई न कोई दुर्घटना की सूचना हमलोगों को मिलती है -विकास गहलौत