ऑनलाइन बनी मुसीबत, मुंह मांगे दाम पर बेचे जा रहे ऑफ लाइन स्टांप
हजारीबाग ऑनलाईन ई स्टांप की ब्रिकी भले ही कालाबाजारी रोकने के लिए बनाई गई है। लेकि
हजारीबाग : ऑनलाईन ई स्टांप की ब्रिकी भले ही कालाबाजारी रोकने के लिए बनाई गई है। लेकिन हजारीबाग में आज भी यह आम आदमी और गरीब गुरबों के लिए सपना बना हुआ है। 10 रुपये के स्टांप के लिए कैफे के सहारे ग्रामीणों को 60 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। इसके उलट सर्व सुलभ ऑफ लाइन स्टांप की किल्लत बाजार में आज भी बनी हुई है। बिना झंझट के सर्व सुलभ होने वाला स्टांप बाजार में पांच से दस गुणा दाम पर उपलब्ध है। छोटे स्टापों की बाजार में भारी किल्लत है। सर्व सुलभ न होने के कारण लोग ई स्टांप तक चाह कर पहुंच नहीं पा रहे है। वहीं समय के तकाजा के कारण लोगों को हजारीबाग में दस गुणा अधिक दाम पर आफ लाइन स्टांप बेचा जा रहा है। हजारीबाग में ऑन लाइन ई स्टांप एक्सचेंज के माध्यम से दी जा रही है। जिला मुख्यालय में इसके लिए एक हीं काउंटर बनाया गया।
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सुविधा के लिए ऑनलाइन स्टांप जारी किया गया है। लेकिन अगर ऑफ लाइन स्टांप की कालाबाजारी हो रही है तो इसपर सख्ती की जाएगी। कोषागार पदाधिकारी को इस संदर्भ में निदेश दिए जाएंगे।
- एसडीएम मेघा भारद्धाज