तत्काल हो 280 शिक्षकों की रिहाई
हजारीबाग : विरोध प्रदर्शन में लाठीचार्ज से नाराज चल रहे पारा शिक्षक जेल भेज जाने के बाद और
हजारीबाग : विरोध प्रदर्शन में लाठीचार्ज से नाराज चल रहे पारा शिक्षक जेल भेज जाने के बाद और उग्र हो गए हैं। 20 को पारा शिक्षकों के काम पर वापसी की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए पारा शिक्षकों ने सरकार को ही चेतावनी दे डाली है। हजारीबाग में जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने प्रेसवार्ता कर कहा कि है 19 तक गिरफ्तार साथियों की रिहाई और केस वापसी नहीं होती है तो 20 को पारा शिक्षक जेल भरो आंदोलन की शुरुआत करेंगे। जिलाध्यक्ष के साथ बीआरपी- सीआरपी जिलाध्यक्ष मुधूसुदन कुमार ¨सह व जिला कार्यकारणी सदस्य दीपक मेहता के साथ प्रेसवार्ता में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा पारा शिक्षक संघ ने की है। उन्होंने बताया कि सरकार शिक्षकों का मनोबल तोड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है। हम उन शिक्षकों में आते हैं जहां पुलिस जाने से भी डरती है, और हमें पुलिस के नाम पर ही डराया जा रहा है। यह हमारा मनोबल तोड़ने का नहीं बल्कि जोड़ने का काम करेगी। उन्होंने कहा आंदोलन जेल भरने तक हीं सीमित नहीं होगा बल्कि क्षेत्र में सरकार में शामिल सभी सांसद व विधायकों तक का विरोध उग्र रूप से होगा।
पारा शिक्षकों के समर्थन में उतरा बीआरपी -सीआरपी महासंघ
बीआरपी- सीआरपी महासंघ पारा शिक्षकों के समर्थन उतर आया है। हजारीबाग में एक संयुक्त प्रेसवार्ता कर जिलाध्यक्ष मधूसुदन कुमार ¨सह ने कहा कि वे पारा शिक्षकों का जमानत भी कराएंगे और पैरवी कार भी बनेंगे। बताया कि ये पारा शिक्षकों का मसला ही नहीं बल्कि हर एक आदमी का कर्तव्य है, सरकार के ऐसे कृत्य का विरोध करें। संघ समर्थन ही नहीं करेगा बल्कि सड़क पर साथ उतर कर आंदोलन भी करेंगे।
जिलाध्यक्ष मधुसूदन कुमार ¨सह ने कहा कि जिले में कोई भी बीआरपी - सीआरपी प्रतियुक्ति की डयूटी नहीं करेगा। बकायदा डीएसई से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर पत्र भी सौंपा है। कहा कि किसी भी सूरत में वे पारा शिक्षकों की कार्रवाई का कोई हिस्सा नहीं बनेंगे।