जिले में खुलेंगे तीन नए ओपी, कवायद शुरू
हजारीबाग : सामुदायिक पुलिस से लेकर आम लोगों को सर्व सुलभ सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास क
हजारीबाग : सामुदायिक पुलिस से लेकर आम लोगों को सर्व सुलभ सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही जिला पुलिस और तीन नए ओपी का निर्माण करेगी। ओपी का उद्देश्य विधि व्यवस्था का संधारण और आम लोगों को सहुलियतें प्रदान करना है। ये तीन नए ओपी संवेदनशील क्षेत्र खीरगांव, रेलवे स्टेशन कूद और केरेडारी - बड़कागांव के कोल अधिग्रहित क्षेत्र में खोली जाएंगी। सबकुछ ठीक ठाक रहा और योजनाओं को सरकार ने मूर्त रूप दिया तो दिसंबर के अंत तक जिले में तीन नए ओपी अस्तित्व में आ जाएंगे। पुलिस विभाग की ओर से संबंधित विषय पर अद्यतन रिपोर्ट, संसाधन और बल की आवश्यकता सहित अन्य ¨बदुओं पर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दिया गया है।
23 थाने और छह ओपी हैं जिले में कार्यरत
जिले में वर्तमान में 23 थाना और छह ओपी हैं। तीन नए अस्तित्व में आने से ओपी की संख्या छठ से बढ़कर नौ हो जाएंगी। इनमें गिद्दी थाना का उरीमारी, डाड़ी, कटकमसांडी का पेलावल, सदर थाना का बड़ा बाजार, चौपारण का चोरदाहा और विष्णुगढ़ का अरजरी पिकेट है। 23 थानों में सदर, कोर्रा, लोह¨सघना, इचाक, पदमा, चौपारण, बरही, बरकट्ठा, चलकुशा, गोरहर, विष्णुगढ़, टाटीझरिया, दारु, मुफस्सिल, चुरचू, आंगो, चरही, बड़कागांव, केरेडारी, कटकमसांडी और कटकमदाग शामिल है। इसके अलावा महिला थाना और यातायात थाना जिला मुख्यालय में शामिल है। बड़कागांव और केरेडारी का भार कम करेगा कोल अधिकृत क्षेत्र का ओपी : एसपी
एसपी मयूर पटेल ने बताया कि खीरगांव और रेलवे स्टेशन में बनने वाला ओपी शहरी क्षेत्र और रेवले से संबंधित अपराध के लिए काम करेगी। लेकिन सबसे बड़ा काम कोल अधिकृत क्षेत्र में बनने वाला ओपी करेगा। इसके ना होने के कारण बड़कागांव और केरेडारी थाना को अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है। तीन नए ओपी स्थापित हो जाने से कोल क्षेत्र में विधि व्यवस्था संधारण के लिए आसानी होगी। ये ओपी कोल अधिकृत क्षेत्र में कार्य करेगी। फिलवक्त सीआइएसएफ इस क्षेत्र में सुरक्षा का काम देखती है और विधि व्यवस्था संधारण का काम केरेडारी और बड़कागांव थाना के जिम्मे होता है।