बालिका स्कूलों में मशीन तो लगी पर नहीं मिला सेनेटरी पैड
हजारीबाग : छात्राओं को विशेष परिस्थिति में होने वाली परेशानियों को देखते हुए स्कूलों में सेनेटरी पै
हजारीबाग : छात्राओं को विशेष परिस्थिति में होने वाली परेशानियों को देखते हुए स्कूलों में सेनेटरी पैड रखने के लिए मशीन लगाई गई। उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने छात्राओं के दर्द को समझते हुए केजीबीवि के बाद सभी बालिका व महिला महाविद्यालय में इसे लगाने का आदेश दिया था। बकायदा खरीद के लिए विशेष कोष से पैसे भी उपलब्ध कराए गए। उपायुक्त के निर्देश पर जिले के केजीबीभी विद्यालयों के अलावा अन्य 12 सरकारी व अल्पसंख्यक विद्यालयों में इसे लगाया भी गया। लेकिन पैड के अभाव में यह बेकार हो गई और अब यह केवल हाथी दांत बनकर रह गई है। स्कूलों में छात्राओं को सैनेटरी पैड उपलब्ध कराने के साथ साथ इसे नष्ट करने के लिए इस मशीन का उपयोग होना था।
40 हजार की दर से 12 विद्यालयों में की गई है खरीद
सिनेटरी पैड रखने और नष्ट करने के लिए मशीन 40 हजार की दर से जिले के 12 बालिका व एक महिला महाविद्यालय में खरीदी गई है। खरीद के करीब तीन माह बाद लाख प्रयास और विनती के बाद इसे विद्यालय में लगाया तो गया लेकिन पैड के अभाव में यह शुरू ही नहीं हो सका। आज भी विद्यालय में लगाई गई ये मशीन शोभा की वस्तु बनी है।
उपायुक्त के दरबार में भी पहुंची शिकायत
पैड की किल्लत को लेकर उपायुक्त दरबार में भी परियोजना विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने गुहार लगाई। लेकिन वहां से उन्हें कस्तुरबा गांधी से सेनेटरी पैड खरीदने का निर्देश दिया गया। लेकिन आज तक विद्यालय में न पैड आया न मशीन चालू हुई और न इसका छात्रा उपयोग कर सकीं।
कोट--
कई संबंधित संस्थान में उपायुक्त के निर्देश के बाद पड़ताल की गई लेकिन पैड उपलब्ध नही हो सका। जिला शिक्षा पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। सीएस कार्यालय भी गए। कहा गया है कि हमें उपलब्ध होगा तो आपको करा देंगे।
डा. रामइकबाल ¨सह, प्राचार्य राजकीय बालिका विद्यालय