पिछले छह माह से डिप्रेशन में थीं अंकिता
केरेडारी : मेरी बेटी को हमेशा के लिए रख लोगे, मुझे अपने घर में रहने दोगे। यहीं बातें अंकिता पिछले ए
केरेडारी : मेरी बेटी को हमेशा के लिए रख लोगे, मुझे अपने घर में रहने दोगे। यहीं बातें अंकिता पिछले एक पखवारे से बार-बार अपने परिजनों को बता रही थी। इसका खुलासा मायके वालों ने किया। विदित हो की केरेडारी गर्रीखुर्द में गत 15 सितंबर की रात्रि तीन लोगों की हत्या का सनसनीखेज मामला और भी गहराता जा रहा है। हांलांकि अंकिता के पिता अरूण वर्मा ने बताया कि सभी मामले व बातें एफआईआर में दर्ज किया जाएगा।
इसे पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। लेकिन इससे पूर्व अंकिता के पिता अरूण वर्मा, मामा अनुरूध कुमार वर्मा, मौसेरा भाई सुमित वर्मा ने बताया कि अंकिता पिछले करीब छ: माह से डिप्रेशन में थी। अकसर फोन पर बात करने के दौरान कहती थी कि मेरी बेटी को आपलोग हमेशा के लिए रख लोगों, मुझे अपने घर में रहने दोगे। जब पिता, मामा और भाई के द्वारा बोला जाता था कि हमलोग तुम्हारे घर आते हैं तो मना कर देती थी, कहती थी कि घर आने से और भीबात बिगड़ जाएगी।
छ: माह पूर्व 50 हजार रुपये की थी मांग
मायके वालों ने कहा अंकिता देवी ने मार्च 2018 में जुड़वा बच्चे को जन्म दिया था। इस दौरान एक बच्ची की मौत प्रसव के दिन हीं हो गई। इसके बाद से अंकिता जब भी अपने परिजनों से मोबाइल पर बात करती तो 50 हजार रुपये की मांग करती थी। इसके बाद अंकिता के चचेरे भाई प्रशांत सोनी जो कलकता में मैनेजर हैं ने पैसे भेजे थे।
- बेटी होने का था ससुराल वालों को मलाल-
अंकिता देवी ने जब दो जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया। इसमें एक की
मौत हो गई। बेटी होने के कारण अंकिता
के ससुराल वाले पंसद नहीं करते थे। क्योंकि इनहें बेटा चाहिए था। इसके
बाद से अंकिता डिप्रेशन में आ गई और बार बार अपने परिजनों को बता रही
थी। लेकिन जल्द ही सबकुछ ठीक होने की उम्मीद ने अंकिता को एक दिन
मौत के मुंह में जाना पड़ा। उक्त सभी बातें अंकिता के पिता अरूण वर्मा, मामा
अनिरूध वर्मा, भाई सुमित वर्मा के हवाले से जानकारी मिली है जो पुलिस
के उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है।