इचाक के कई गांव के मवेशी खोरहा, चपका बीमारी की चपेट में
इचाक : प्रखंड के लोहड़ी, उरुका, बरवां, जलौध, रतनपुर, मनाई, बरकाकला, बरकाखुर्द, खुटरा, फुफंदी, डाढा,
इचाक : प्रखंड के लोहड़ी, उरुका, बरवां, जलौध, रतनपुर, मनाई, बरकाकला, बरकाखुर्द, खुटरा, फुफंदी, डाढा, बोंगा ,बरियठ के अलावा अन्य कई गांवों के पशुओं में खोरहा, चपका बीमारी भयावह रूप ले चुकी है। इससे कई मवेशियों की मौत प्रति दिन हो रही है। लेकिन विभाग गहरी नींद मे सोई हुई है। पर्याप्त मात्रा में बारिश न होने की मार किसान झेल रहे हैं। इधर मवेशियों की बीमारी से विवश है। इस संबंध में झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय सदस्य अशोक यादव, बुद्धिजीवी मंच के जिला अध्यक्ष ब्रजकिशोर मेहता ने बताया कि समय पर गांव- गांव में मवेशियों का टीकाकरण होता तो आज खोरहा, चपका जैसी बीमारी पांव नहीं फैलाती। यह भी कहा कि प्रखंड में जो भी पशु चिकित्सक हैं। वह अपने अपने निजी कार्यों में व्यस्त रहते हैं । कार्यालय में भी यदा कदा आते हैं। कार्यालय भी रात्रि प्रहरी के भरोसे चलता है जिसके कारण किसान को सही जानकारी भी नही मिल पाता है। विभाग दो दिन के भीतर सभी गांवो मे कैंप लगा कर बचाव का उपाय नही किया तो बाध्य होकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा । इस संबंध मे भ्रमण शील पदाधिकारी सुषमा परिधिया से पूछे जाने पर बताया कि इस संबंध मे प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी दुलमी बिरूली से बात कर लें। बताया कि यह बीमारी से पशु मरते नही हैं। थोड़ी बहुत परेशानी होती है। किसानों को जागरूक होने की जरूरत है ।