Move to Jagran APP

डीजीपी का निर्देश, हर माह एसपी पेश करें प्रगति रिपोर्ट

हजारीबाग : पुलिस के क्रियाकलाप और आपराधियों की धरपकड़, नक्सल पर अकुंश और अपराध की घटनाओं पर लगाम की क

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 05:53 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 05:53 PM (IST)
डीजीपी का निर्देश, हर माह एसपी पेश करें प्रगति रिपोर्ट
डीजीपी का निर्देश, हर माह एसपी पेश करें प्रगति रिपोर्ट

हजारीबाग : पुलिस के क्रियाकलाप और आपराधियों की धरपकड़, नक्सल पर अकुंश और अपराध की घटनाओं पर लगाम की कार्रवाई हर माह एसपी से लेकर डीआईजी स्तर के पदाधिकारी सार्वजनिक करेंगे। डीजीपी के निर्देश पर शुक्रवार को डीआईजी पंकज कंबोज ने प्रेसवार्ता का आयोजन कर रेंज में की जा रही गतिविधियों से अवगत कराया। डीआईजी की रिपोर्ट में अगस्त माह में हजारीबाग रेंज के अंदर आने वाले चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़ व गिरीडीह की विभिन्न घटनाएं, उपलब्धि को बताया। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अगस्त माह में अपराधियों और उग्रवादियों पर भारी पड़ी है। सबसे ज्यादा नुकसान टीपीसी को उठाना पड़ा है। इस दौरान कुल सात नक्सली गिरफ्तार किए गए। एक आ‌र्म्सएक्ट का भी मामला दर्ज किया गया। पांच जिलों में 279 नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया। 83 कुर्की जब्ती, 2145 वारंट तथा 491 मामलों को निष्पादित भी किया गया। बड़कागांव केस : एक ही मामले में अलग-अलग दर्ज कराया जा रहा मामला

loksabha election banner

डीआईजी पंकज कंबोज ने बताया कि बड़कागांव में चिरुडीह कांड में गोली बारी को लेकर उपायुक्त सहित 24 पर दर्ज किए गए मामलों में पुलिस कानून विशषज्ञों से सहायता लेगी। बताया कि एक ही मामले में अलग-अलग मामला कोर्ट के माध्यम से दर्ज कराया जा रहा है। ऐसे में यह सही या गलत इसकी पड़ताल के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। बताया कि पूर्व में भी इस मसले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पकड़े अफीम की खेप और गिरोह की जांच सीआइडी को

डीआईजी पंकज कंबोज ने कहा कि दो माह पूर्व मुफ्फसिल पुलिस द्वारा पकड़े गए अफीम तस्कर और उसके बाद बताए गए गिरोह के नाम में सफेदपोश से लेकर वर्दीधारी तक शामिल हैं। ये लोग गिरोह बनाकर बरही, चरही, इटखोरी, चौपारण बगोदर में सक्रिय हैं। सरकार ने मामले की संजीदगी को देखते हुए केस को सीआइडी जांच का आदेश दिया है। इस केस की जांच अब सीआइडी करेगी। नक्सल और सफेदपोश बांट रहे अफीम की खेती के लिए पैसे

चतरा के कुंदा, लावालौंग, जोरी, हंटरगंज, कान्हाचट्टी, पत्थलगड्डा, गिद्वौर के अलावा सीमा क्षेत्र में नक्सली के साथ सफेद पोश अफीम की खेती करा रहे हैं। रबि फसल का मौसम आते ही गांवों में इनके द्वारा पैसा बांटा जा रहा है। नक्सली के साथ साथ सफेदपोश और जनप्रनिधियों का भी हाथ होने की बात आंतरिक जांच में सामने आई है। ऐसे लोगों से निपटने के लिए दो एसआइटी टीम का गठन किया गया है। डीआईजी ने बताया कि पूरे मामले में पुलिस ऐसे लोगों को सूची बनाकर उसकी पहचान कर रही है। वहीं ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए जन प्रतनिधियों के साथ अभियान चलाएगी। चतरा इसका केंद्र बनाया गया है। संगठित गिरोह पर भी नकेल, रामगढ़ में एसआइटी का गठन

डीआईजी ने बताया कि कोयला क्षेत्रों में संगठित आपराधिक गिरोह पर नकेल, धर पकड़, फरार की पहचान और सजा दिलाने के लिए रामगढ़ में एसआइटी का गठन किया गया है। स्थायी तौर पर यह सेल इसके लिए काम करेगी। पुलिस किशोर और श्रीवास्तव के साथ साथ अन्य गिरोह को समाप्त करने की योजना पर काम कर रही है। साइबर थाना का गठन

डीआइजी ने बताया कि हजारीबाग रेंज में हजारीबाग व रामगढ़ छोड़ सभी जगह साइबर सेल का गठन किया गया है। विशेष तौर पर गिरिडीह में साइबर थाना भी खोला गया है। साइबर से ठगी संबंधित मसले पर यह सेल सीधे कार्रवाई करेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.