झारखंड के प्रथम कृषि मंत्री देवदयाल कुशवाहा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
झारखंड के प्रथम कृषि मंत्री देव दयाल कुशवाहा का पैतृक गांव झुमरा में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
हजारीबाग, जागरण संवाददाता। झारखंड के प्रथम कृषि मंत्री व हजारीबाग से तीन बार विधायक रहे देव दयाल कुशवाहा को गुरुवार को अंतिम विदाई दी गई। पैतृक गांव झुमरा में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग उनके आवास पर जुटे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता केपी शर्मा समेत सैकड़ों लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
गौरतलब है कि राज्य के पहले कृषि मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता देवदयाल कुशवाहा का निधन बुधवार को रांची स्थित आलम नर्सिंग में अपरान्ह तीन बजे हो गया था। वह झारखंड बनने के बाद भाजपा नीत सरकार बाबूलाल मरांडी के सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। 84 वर्षीय कुशवाहा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर सदर विधायक मनीष जायसवाल, उपमहापौर राजकुमार लाल समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से की थी। इसके पूर्व वह महेशरा हाई स्कूल में शिक्षक थे। देवदयाल कुशवाहा पहली बार सरपंच पद पर निर्वाचित होकर सार्वजनिक जीवन में आए। डॉ. केपी शर्मा उस समय भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष थे। हजारीबाग सदर विधान सभा से वह 1990, 1995 तथा 2000 में लगातार तीन बार विधायक निर्वाचित हुए।
2005 के चुनाव में कांग्रेस विधायक सौरभ नारायण सिंह के हाथों वे पराजित हुए। अपनी राजनीतिक शुचिता के लिए विख्यात देवदयाल कुशवाहा हमेशा किसानों एवं मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ते रहे। यही कारण था कि उन्हें भाजपा में भी कई अंतर्विरोधों का सामना करना पड़ा तथा पार्टी को छोड़ना पड़ा, कुछ समय के बाद पुन: उनकी घर वापसी हुई।