विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर निकाली भड़ास
हजारीबाग : राज्य सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति के विरोध में सोमवार को जिला मुख्यालय में संपूर्ण विपक्ष
हजारीबाग : राज्य सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति के विरोध में सोमवार को जिला मुख्यालय में संपूर्ण विपक्ष द्वारा एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर सारा विपक्ष एकजुट होकर राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर भड़ास निकाला वहीं सरकार की नीतियों की पोल खोली गई।
धरना दिन में 11 बजे से शुरू होकर दोपहर दो बजे तक चला। विपक्ष की ओर से धरना का नेतृत्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकुमार राज कर रहे थे। धरना सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण बिल 2017 जन विरोधी है। इसमें गरीब किसानों के जमीन को उनकी मर्जी के खिलाफ कल कारखानों और उद्योग धंधे को लेकर कारपोरेट घरानों को देने का प्रावधान किया गया है। कहा कि राज्य में जनता पहले से भूखे मर रही है, इस संशोधन के बाद तो राज्य की जनता सड़क पर आ जाएंगी और राज्य में अनाज की पैदावार समाप्त हो जाएगा। धरना कार्यक्रम में राजद, झामुमो, झाविमो, सीपीआइ, भाकपा माले, फारवर्ड ब्लाक, खतियानी परिवार, मासस, सीपीएम व कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे। धरना के बाद प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मिलकर तीन सूत्री मांगपत्र सौंपा। इसमें राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण अधिनियम 17 में प्रस्तावित संशोधन तत्काल वापस लेने, राज्य में भूख से हो रही मौत पर जांच और अंकुश तथा विद्यालय विलयन वापस लेने की मांग की। धरना में विनोद ¨सह, अवधेश ¨सह, डा. जमाल अहमद, साजिद अली खान, संतोष कुमार, सदरुल होदा, कुलेश्वर, गो¨वद राम, लीलावती देवी, राजू चौरसिया, इफ्तेखार अहमद, ओम प्रकाश मेहता, मो. इजहार, निसार अहमद, रंजीत कुमार पांडेय, सुखदेव प्रसाद यादव, गांगेश्वर प्रसाद मेहता, विनोद विश्वकर्मा, शम्भू लाल यादव, विजय मिश्रा, विपिन कुमार सिन्हा, शिवलाल महतो, निसार अहमद भोला, अशोक कुमार महतो, महेंद्र राम, रामेश्वर राम कुशवाहा, कृष्ण कुमार, महेंद्र राम, गणेश कुमार सीटू, विपिन कुमार सिन्हा, सच्चिदानंद पांडेय, संजर मल्लिक, भुवनेश्वर पटेल, शमशेर आलम, ¨टकु यादव, अजय गुप्ता व अशोक चौरसिया सहित दर्जनों लोग शामिल थे।