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अतिउग्रवाद प्रभावित भगहर में 58.48 प्रतिशत मतदान

चौपारण : त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव में जिले के सर्वाधिक उग्रवाद प्रभावित भगहर पंचायत में बेहद श्

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 07:22 PM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 07:22 PM (IST)
अतिउग्रवाद प्रभावित भगहर में 58.48 प्रतिशत मतदान
अतिउग्रवाद प्रभावित भगहर में 58.48 प्रतिशत मतदान

चौपारण : त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव में जिले के सर्वाधिक उग्रवाद प्रभावित भगहर पंचायत में बेहद शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पंचायत में 58-48 प्रतिशत मतदान हुआ। कुल 3406 में 1992 मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। सुबह से ही मतदाता अपने घरों से निकलकर खुलकर लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मतदान में हिस्सा लिया। पंचायत में कुल 11 मतदान केंद्रों पर वोट पड़े। इसमें भगहर, लोहरा, भंडार, परसातरी, अंबातरी, घरसरी के मतदातायों ने हिस्सा लिया। सुबह 11 तक 44 प्रतिशत व दोपहर एक तक 57 प्रतिशत वोट डाले जा चुके थे। वहीं प्रशासन द्धारा सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था। एसडीओ राजेश्वर नाथ आलोक, डीएसपी मनीष कुमार, सीओ नितिन शिवम गुप्ता, बीडीओ अमित श्रीवास्तव, थाना प्रभारी सुदामा कुमार समेत बडी संख्या में पुलिस बल चुनावी प्रक्रिया कराने में जुटे थे।

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महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पछाड़ा

चौपारण: भगहर में पहली बार मतदाताओं ने खुलकर वोट दिया। आलम यह रहा कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक वोट दिये। जहां पुरुषों ने 936 वोट दिये वहीं महिलाओं ने घरों की देहरी लांघकर 1056 मतदान किया। कुल 11 बूथों पर हुए मतदान में आठ मतदान केंद्रों पर महिलाओं ने अधिक वोट किया। बूथ संख्या 127 पर 50 पुरुष व 45 महिला, बुथ संख्या 128 पर 109 पुरुष व 158 महिला, बुथ संख्या 129 पर 64 पुरुष व 94 महिला, बूथ संख्या 130 पर 76 पुरुष व 96 महिला, 131 पर 82 पुरुष व 79 महिला, 132 पर 77 पुरुष व 84 महिला, 133 में 119 पुरुष व 89 महिला, 134 पर 99 पुरुष व 112 महिला, 135 पर 102 पुरुष व 113 महिला, 136 पर 64 पुरुष व 70 महिला, 137 पर 94 पुरुष व 116 महिलाओं ने वोट दिया। कुल 1992 वोट पड़े जिसमें महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट दिया।उग्रवाद प्रभावित यह क्षेत्र मतदान में अव्वल रहा।

सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था

चौपारण: मुख्यालय से 25 किमी दूर पहाड़ी जंगल पठारों के बीच बिहार सीमा से सटे भगहर अपनी जंगली सघनता के कारण दुरुह माना जाता है। उक्त पंचायत में चुनाव कराना प्रशासन के लिए बेहद चुनौती भरा रहा है। बीते लोकसभा चुनाव तक मतदान के लिए हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मी गए थे। परंतु इस चुनाव में अनुमंडल प्रशासन ने काफी पुख्ता व्यवस्था किये था। चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे । मतदान केंद्रों से पांच सौ मीटर की दूरी तक पुलिस बल तैनात थे। चुनाव के दो दिन पहले से ही बडी संख्या में पुलिस बल तैनात था। एसडीओ राजेश्वर नाथ आलोक, डीएसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में बीडीओ अमित कुमार, सीओ नितिन शिवम गुप्ता, थाना प्रभारी सुदामा कुमार, सअनि सुरज मोदी, सुबोध ¨सह सहित जैप व जिला पुलिस बल के जवान तैनात थे।

भगहर में सीधा मुकाबला

चौपारण: भगहर पंचायत में मुखिया पद अजजा के लिए आरक्षित है। पंचायत के मुखिया लुपुंग मुंडा कीहत्या के बाद पद रिक्त था । पति की हत्या के बाद पत्नी नईपी देवी मैदान में उतरी। वहीं पिछले चुनाव के उपविजेता सुंदर मुंडा मैदान में डटे थे। मतदान के बाद दोनों प्रत्याशियों ने जीत का दावा किया। एक ओर जहां महिला प्रत्याशी की ओर से उपमुखिया भुनेश्वर यादव मैदान में खुलकर रहे वहीं सुंदर मुंडा की ओर से यदुनंदन यादव ने प्रत्यक्ष रुप से काम किया। यही नहीं प्रत्याशियों के पक्ष में विधायक मनोज यादव व पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला यादव ने प्रचार किया। ऐसे में यह चुनाव परिणाम प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। हालांकि मतदाता चुप रहे जिससे परिणाम 22 दिसंबर को मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा । बहरहाल चुनाव परिणाम को लेकर सभी की नजर टिक गई है।


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